सीवरेज कार्य के चलते शहर की सड़कों के हाल खराब हैं। इसको लेकर आमजन के साथ अब जनप्रतिनिधि स्वयं परेशान हो चुके हैं। मंगलवार को नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष पार्षदों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचीं और अपर कलेक्टर को आवेदन सौंप कर निर्माण कंपनी पर कार्रवाई की मांग की। आवेदन में बताया कि वर्षाकाल होने से व बारिश होने से अधूरे छूटे हुए कार्य से तथा मार्ग बाधित होने से नागरिकों को आवागमन में बहुत कठिनाई होती है और मार्ग कीचड़ व गंदगी से भर जाते हैं। संबंधित ठेकेदार द्वारा नगर में किए जा रहे कार्य में वर्षाकालीन समय में आने वाली विसंगतियों तथा आम नागरिकों की परेशानियों के संबंध में निर्माण कर्ता ठेकेदार और एमपीडीयूसी खरगोन को भी अवगत कराया गया है। बावजूद बार-बार अवगत कराए जाने पर भी संबंधित द्वारा कोई सुधार कार्य नहीं किया जा रहा है। ठेकेदार कंपनी के प्रतिनिधियों को निकाय परिषद की बैठक में आंमत्रित कर जनप्रतिनिधिगणों की समस्याओं तथा उसके निराकरण के लिए बिंदुवार जानकारी दी थी, लेकिन ठेकेदार कंपनी के आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। नपाध्यक्ष ने पत्र में बताया कि ठेकेदार कंपनी को अवगत कराया है कि कार्य के संबंध और संबंधित क्षेत्र में कार्य करने से पूर्व नगर पालिका को भी अवगत कराया जाए। जिससे नगर पालिका अमले द्वारा उक्त क्षेत्र में आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली जाए, लेकिन ठेकेदार कंपनी द्वारा अपनी सुविधा अनुसार मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है। ठेकेदार कंपनी द्वारा एक साथ कई मुख्य मार्गों, मोहल्लों में एक साथ कार्य प्रारंभ कर दिया है। इससे कई मोहल्लों, रास्तों में आवागमन की परेशानी हो रही है और कोई भी कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है। वहीं एक से अधिक जगह कार्य होने से सड़क मरम्मत का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाता है। जबकि नगर पालिका परिषद की बैठक में एमपीयूडीसी के अधिकारी व निर्माण कंपनी के अधिकारियों द्वारा उपस्थित होकर समयावधि 15 दिवस में खुदाई किए गए स्थल को यथावत (मरम्मत) किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन इनके द्वारा 3 महीने से भी अधिक समयावधि व्यतीत होने जाने के उपरांत भी रोड रेस्टोरेशन का कार्य नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण नागरिकों में जनप्रतिनिधियों के विरूद्ध रोष व्याप्त हो रहा है।