सांपना जलाशय ओवरफ्लो,सैलानियों और किसानों के चेहरे खिले:वेस्टवेयर से छलकने लगा पानी

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बैतूलनागपुर हाईवे पर स्थित जिले का मध्यम सिंचाई परियोजना का सांपना जलाशय मंगलवार ओवर फ्लो हो गया। इसके वेस्ट वेयर से पानी के छलकते ही यहां डैम पर एंजॉय करने वालों का तांता लगना शुरू हो गया है। बैतूल से 16 किमी दूर इस डैम पर बैतूल से बड़ी तादाद में लोग पर्यटन के लिहाज से पहुंचते हैं। डैम के ओवरफ्लो होने से किसानों के भी चेहरे खिल गए हैं। मध्यम सिंचाई के लिए बने इस डैम से आसपास के इलाके में सिंचाई होती है। जबकि इससे पेयजल के लिए पानी भी लिया जाता है। यह भी कहा जाता है कि सांपना के फुल भर जाने से बैतूल में पेयजल संकट नहीं होता। इस वर्ष इलाके में बहुत ही धीमी गति से बारिश हुई, जिसके चलते सांपना जलाशय के भरने की उम्मीद कम ही नजर आ रही थी। लेकिन ऊपरी हिस्सों में तेज बारिश के क्रम ने जलाशय में पानी की आवक बढ़ा दी। इससे किसानों ने भी राहत की सांस ली l जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया, मंगलवार को जलाशय ओवर फ्लो हो गया। डैम से करीब तीन इंच पानी बाहर निकल रहा है। डैम का टैंक लेबल 505.505 mcft हो गया है। डेम का फुल टैंक 694.486 mtm हो गया है। सांपना क्षेत्र मे कुल 580 mm बरसात हुई है। डैम भरने से अब किसानों को रबी सीजन की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सकेगा l इधर, शहर के करीब स्थित इस डैम का डिजाइन इस तरह किया गया है कि इसके भरते ही वेस्टवेयर से इसका पानी ओवरफ्लो होने लगता है। 68 साल पहले बना बांध
1956 में बने सांपना डेम की कुल क्षमता 14 एमसीएम है। डैम से बैतूलबाजार, सांपना, सोहागपुर, जैतापुर, बुंडाला, भरकावाड़ी, बडोरा सहित अन्य गांवों के किसानों के 3850 हेक्टेयर खेत में सिंचाई होती है। नहरें कच्ची होने से हर साल रबी सीजन में 3 अरब लीटर पानी बर्बाद हो जाता था। विधायक हेमंत खंडेलवाल के प्रयासों से जल संसाधन विभाग ने नहरों की लाइनिंग के लिए 8 करोड़ 27 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं।