टिम्बर मार्केट और फर्नीचर यूनिट्स होंगी शहर से बाहर:पर्यावरण संरक्षण और वायु गुणवत्ता के लिए विशेष प्रयास

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इंदौर में वायु गुणवत्ता में सुधार लाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। शहर और आसपास कोयले से संचालित औद्योगिक तथा अन्य व्यावसायिक इकाइयों में प्राकृतिक गैस तथा पर्यावरणीय अनुकूल ईंधन का उपयोग सुनिश्चित कराया जाएगा। इसके लिए नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इकाइयों का सर्वे कराया जायेगा। प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम का भी कड़ाई से पालन कराया जाएगा।
यह जानकारी कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को एक बैठक में दी गई। बैठक में नगर निगम, एमपीआईडीसी ​​​​​, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, उद्योग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी तथा विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि शहर और आसपास बड़ी संख्या में कोयले तथा अन्य प्रदूषणकारी ईंधन से औद्योगिक और अन्य व्यावसायिक इकाइयां चल रही हैं। इससे शहर में प्रदूषण बढ़ रहा है। अगर इन इकाइयों में प्राकृतिक गैस तथा पर्यावरणीय अनुकूल ईंधन का उपयोग होने लगे तो वायु गुणवत्ता में सुधार आएगा और प्रदूषण रुकेगा। कलेक्टर ने कहा कि कोयले द्वारा संचालित इकाइयों का सर्वे कराया जाए। वहां प्राकृतिक गैस और पर्यावरणीय अनुकूल ईंधन का उपयोग निश्चित किया जाएं। कलेक्टर ने प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम का भी कड़ाई से पालन कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने शहर में लकड़ी फर्निचर इकाइयों और टिम्बर मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में बताया गया कि टिम्बर मार्केट शहर के सघन रहवासी इलाके में चल रहा हैं। इससे प्रदूषण बढ रहा है और अग्नि दुर्घटना होने की आशंकाएं हमेशा बनी रहती है। नागरिकों और टिम्बर मार्केट के विक्रेताओं और यहां लकडी से फर्निचर बनाने वालों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चर्चा में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने टिम्बर मार्केट और फर्निचर इकाइयां शहर के बाहर शिफ्ट करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास होगा। कलेक्टर ने बेटमा के समीप विकसित किए जा रहे फर्निचर क्लस्टर और अन्य वैकल्पिक स्थान पर शिफ्ट करने के संबंध में चर्चा की।