ग्वालियर में प्यार से शुरू हुई कहानी युवती की हत्या पर खत्म हुई। इकलौती बेटी की हत्या करने के बाद पिता ने थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। युवक, युवती को घर से भगा कर ले जाने वाला था, इतने में युवती के परिवार ने घेरकर बेटी की हत्या कर दी। वहीं, युवक को प्रेमिका के दोनों भाई बाइक पर अगवा कर ले गए। दो दिन बाद 18 अगस्त की देर रात युवक गिरवाई थाने पहुंचा। उसने बताया कि आरोपियों का इरादा उसकी हत्या करने का था। बीच रास्ते वह बाइक से उतरा और भागकर अपनी जान बचाई। दो दिन मजदूरी की। थाने में बोला- प्रेमिका से मिलवा दो। गिरवाई (ग्वालियर) की रहने वाली संजना प्रजापति (18) और नरवर (शिवपुरी) के रहने वाला नरेंद्र जाटव कैसे और कब मिले, दैनिक भास्कर ने इसकी कहानी पता की। दोनों एक साल पहले नरवर में एक शादी फंक्शन में मिले थे। नरवर में संजना की नानी रहती हैं। पिता गला घोंट रहा था, संजना कह रही थी- नरेंद्र को नहीं भूल सकती पड़ोस में हो रही शादी में संजना अपनी नानी, मौसी के साथ आई थी। एक स्टॉल पर नरेंद्र और संजना टकराए, दोनों में नोकझोंक हुई। बाद में यही तकरार प्यार में बदल गई। प्यार भी ऐसा कि नरेंद्र के शादीशुदा होने और दो बच्चों के पिता होने से भी संजना को कोई फर्क नहीं पड़ा। नरेंद्र के लिए उसकी चाहत ऐसी थी, कि पिता उसका गला घोंट रहा था और वह कहती जा रही थी कि नरेंद्र को नहीं भूल सकती। दोनों के रिलेशन के बारे में घरवालों को 7 महीने पहले पता लगा
संजना दो भाइयों में इकलौती बहन थी। पिता राधा किशन मजदूरी करते हैं। ऐसा पता लगा है कि 7 महीने पहले दोनों के रिलेशनशिप के बारे में घर वालों को जानकारी लगी थी। दोनों के परिजन ने इसका विरोध भी जताया था। कोई इस रिश्ते से खुश नहीं था। संजना के भाई, पिता ने पहले नरेंद्र से मारपीट भी की थी। लेकिन, संजना यह समझने को तैयार नहीं थी कि शादीशुदा दो बच्चे के पिता के साथ उसका कोई भविष्य नहीं है। नरेंद्र भी यह भूल गया था कि घर में उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं। दोबारा भागने वाले थे, परिवार ने घेरा तो प्रेमी से लिपट गई संजना
जब घरवालों ने मुलाकात पर पाबंदी लगा दी, तो 6 महीने पहले दोनों घर से भाग गए। संजना के परिवार वालों ने गिरवाई थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई, लेकिन नरेंद्र के घर से थाने में शिकायत तक नहीं की गई। 14 अगस्त को पुलिस ने दोनों को उदयपुर (राजस्थान) से पकड़ा। 15 अगस्त को संजना को परिजन के हवाले कर दिया। 16 अगस्त को नरेंद्र फिर संजना से मिलने आया। दोनों दोबारा भागने की फिराक में थे, तभी संजना के दोनों भाइयों और पिता ने घेर लिया। पिता और भाइयों को देखते ही संजना अपने प्रेमी से लिपट गई। पिता ने कहा था- नरेंद्र को भूल जा पिता, बेटी को घसीटकर घर ले गया और उसके दोनों भाई अवधेश और भरत बहन के प्रेमी नरेंद्र को बाइक पर बैठाकर ले गए। घर पर लाते समय भी राधा किशन ने बेटी को समझाया कि नरेंद्र को भूल जा। तेरे लिए एक लड़का देखा है, उससे शादी कर देंगे। संजना बोली- मर जाऊंगी, लेकिन नरेंद्र को नहीं भूल सकती। उसके इतना कहते ही पिता को और गुस्सा आ गया। उसने बेटी का साफी (गमछे) से गला घोंट दिया। घटना से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए… गर्लफ्रेंड के भाइयों ने किडनैप किया, वीडियो में पीटते हुए दिखे ग्वालियर में युवती की ऑनर किलिंग के बाद से लापता उसके बॉयफ्रेंड का पता नहीं चला है। बताया ये भी जा रहा है कि शनिवार देर शाम वह अपने घर शिवपुरी पहुंच गया। हालांकि पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। युवती के दोनों भाई उसके प्रेमी को बाइक में बीच में बैठाकर ले जाते हुए दिखाई दिए थे। एक जगह मारपीट करते हुए भी नजर आए थे। पढ़िए पूरी खबर