नेपानगर में भादौ माह की शुरुआत से रामदेवजी बाबा जन्मोत्सव और समाधी स्मृति दिवस की शुरुआत होगी। भादौ माह में पूरे माह भक्त रक्षाबंधन के अगले दिन से उपवास करेंगे। रामदेव बाबा मंदिर समिति नेपानगर अध्यक्ष अशोक करोसिया ने बताया नेपानगर स्थित मंदिर में भी भादौ माह में बाबा की भक्ति के अनुष्ठान के साथ साथ प्रतिदिन संध्याकालीन विशेष आरती होगी। बाबा के भक्त पूरे भादौ माह बाबा की भक्ति में लीन होकर उपवास करेंगे। इसी धार्मिक अनुष्ठान के तहत भादौ माह की नवमी 12 सितंबर 24 को नेपानगर स्थित मंदिर पर बाबा के भक्ति गीतों का जम्मा जागरण होगा। इसके बाद सुबह 04 बजे बाबा की विशेष आरती, सुबह 9 बजे बाबा की नेजा (ध्वजा) मंदिर पर पहराने के बाद 13 सितंबर को विशाल भंडारा किया जाएगा। करोसिया ने बताया हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक बाबा रामदेव जी ने अपने अल्प जीवन में वह कार्य कर दिखाया जो सैकड़ों वर्षों में भी होना सम्भव नहीं था। सभी प्रकार के भेद-भाव को मिटाने के लिए सभी धर्मो में एकता स्थापित करने के कारण बाबा रामदेव हिंदुओं के देवता है तो वही मुसलमानों के लिए रामसा पीर हैं। वैसे भी राजस्थान के जनमानस में पांच पीरों की प्रतिष्ठा है जिनमे बाबा रामसा पीर का महत्वपूर्ण स्थान है। रामदेव बाबा स्वयं राजपूत समाज में जन्म लेने के बावजूद हमेशा ही दलितों की समाज सेवा की है। बाबा रामदेव ने एक दलित कन्या डाली बाई को अपने घर में पालकर उसका भरण पोषण किया था। बाबा रामदेव पोकरण क्षेत्र के शासक भी रहे थे।