बालाघाट गांव को नशामुक्त बनाने की दिशा में मुख्यालय के समीपस्थ बगदर्रा पंचायत ने एक अनूठा फैसला लिया हैं। जिसमें गांव में दारू बेचने वाले पर 50 हजार रूपए जुर्माना और सूचना देने वालो को 10 हजार रूपए ईनाम देने की बात कही गई है। मुनादी में कहा गया कि जो भी गांव में शराब बेचते पकड़ा जाएगा। उस पर जुर्माना के साथ ही उसे पुलिस के हवाले भी किया जाएगा। जिसको लेकर रविवार को देर रात, गांव में डीजे के साथ रैली निकालकर मुनादी कराई गई। जिसमें गांव के बच्चो से लेकर युवा, बुजुर्ग और महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे। रैली में डीजे के लाउड स्पीकर से कहा गया कि पहले बगदर्रा की एक पहचान थी। लेकिन आज इसकी पहचान शराब, जुआ और सट्टे से हो रही है। जिसके चलते पंचायत और ग्राम के जागरूक लोगों ने गांव को नशामुक्त बनाने का फैसला लिया है। गांव को नशामुक्त बनाने को लेकर ग्राम के जागरूक ग्रामीणों पूरे ग्राम में एक रैली निकाली और गांव में शराब विक्रय पर पूर्णतया रोक लगाने की अपील की। पंचायत सरपंच येशुला नगपुरे ने बताया कि रविवार की देर रात, नशामुक्ति अभियान के तहत ग्रामीणों के साथ पंचायत परिवार ने रैली निकाली। जिसमें सभी ग्रामवासियों से गांव को नशामुक्त बनाने के लिए सहयोग की अपील की। हमें सभी गांव को नशामुक्त बनाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर एक-दूसरे का साथ दे और इसे आगे तक लेकर जाए। पंचायत, विधानसभा या लोकसभा के चुनाव में भी गांव में शराब को लेकर पाबंदी लगाई जाए।