नगर निगम: पुराना ठेका हुआ खत्म:चिड़ियाघर के अंदर चलाना थी बाल रेल, प्रबंधन ने बाहर की तो सड़क पर दौड़ने लगी, हादसे की आशंका

Uncategorized

शहर की सड़कों और बाजारों से नगर निगम हाथ-ठेला और अवैध हॉकर्स 100 प्रतिशत नहीं पा रहा है। अब तो चिड़ियाघर के सामने बाल रेल भी सड़क पर दौड़ने लगी है। बिना किसी परमिशन के सड़क पर दौड़ रही बाल रेल से सड़क हादसे की आंशका बनी हुई है। बाल रेल में चिड़ियाघर घूमने आने वाले बच्चों को बैठाकर घुमाया जा रहा है। यह काम चिड़ियाघर के कैमरों में भी कैद हो रहा है। तब भी निगम के अफसर कोई एक्शन लेने को तैयार नहीं है। वहीं निगम को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है। बाल रेल चलाने वाले ठेकेदार ने पिछले कुछ दिन रेल को चिड़ियाघर में खड़ा करा दिया था। इस पर शिकायतें होने पर चिड़ियाघर प्रबंधन ने बाल रेल ठेकेदार को बुलाकर रेल बाहर करा दी। अब ठेकेदार ने मौका पाकर बाल रेल को चिड़ियाघर के ठीक सामने चलाना चालू कर दिया है। चर्चा है कि उक्त रेल एक पार्षद से जुड़ी हुई है। इसलिए निगम के अफसर कार्रवाई करने के बच रहे है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव का कहना है कि यदि चिड़ियाघर के बाहर कोई व्यक्ति बाल रेल चला रहा है, तो इस मामले को चेक कराकर फैसला लिया जाएगा। इस उलझन में है बाल रेल का ठेका नगर निगम ने चिड़ियाघर के अंदर बाल रेल चलाने का ठेका दिया हुआ था। वह ठेका खत्म हो चुका है। नए ठेके के लिए टेंडर भी निकाले गए और दो कंपनी सामने आई। इसमें से ठेका संतोषी मां कंस्ट्रक्शन को पांच साल के लिए टैक्स सहित 35 लाख रुपए से ज्यादा में दिया गया। आयुक्त के प्रतिवेदन पर एमआईसी ने इसे मंजूरी भी दे दी। इसके बाद निविदा प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आने पर एमआईसी ने एक पुन: संकल्प पारित कर पुन: निविदा आमंत्रित करने की स्वीकृति दी।