सतना वन मंडल अंतर्गत मझगवां-चित्रकूट क्षेत्र के जंगल मे टाइगरों और अन्य विडाल वंशी वन्य प्राणियों की मौजूदगी और चहल कदमी अब ग्रामीणों के लिए खतरनाक होती जा रही है। जंगल से निकल कर पहले ही गांवों तक पहुंच रहे विडाल वंशी अब लोगों को भी निशाना बनाने लगे हैं। सोमवार को चित्रकूट के गढ़ी घाट में ऐसी ही एक घटना सामने आई है। जिसमें एक ग्रामीण बुरी तरह जख्मी हुआ है। जानकारी के मुताबिक, मझगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत गढ़ी घाट गांव से लगे जंगल मे विचरण कर रहे एक टाइगर ने विवेक मवासी नामक ग्रामीण पर हमला कर दिया। टाइगर के हमले में विवेक बुरी तरह जख्मी हुआ है। उसके सिर और चेहरे पर गंभीर और गहरी चोटें आई हैं। उसे मझगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है। घायल विवेक के साथी रामकरण ने बताया कि वे दोनों गांव के पास जंगल गए थे। वहां विवेक शौच करने चला गया। इसी दौरान टाइगर ने उस पर हमला कर दिया। विवेक के चीखने की आवाज सुनकर जब वह वहां पहुंचा तो टाइगर से बचने के लिए विवेक संघर्ष कर रहा था। रामकरण ने बताया कि जब उसने शोर मचाया और वहां पड़े लकड़ी -पत्थर उठा कर टाइगर की तरफ फेंकना शुरू किया तो वह भाग गया। रामकरण ही घायल विवेक को जंगल से उठा कर लाया। बाद में उसे लगभग 11 किमी दूर मझगवां अस्पताल लाया गया। जहां विवेक का इलाज चल रहा है। डॉक्टर के मुताबिक विवेक के सिर-कनपटी में दोनों तरफ गहरे घाव हैं। उसके चेहरे पर भी चोटें हैं। डॉक्टर का भी मानना है कि हमला बाघ ने किया है। हालांकि वन विभाग ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है। अस्पताल में बेहोश हुआ वन रक्षक घटना की जानकारी मिलने पर वन अमला भी अस्पताल पहुंचा और विवेक का हाल जाना। वहां पहुंचे वन रक्षक अमित सिंह टाइगर के पंजों में फंस कर घायल हुए विवेक की हालत देख कर गश खा कर गिर पड़े। वन रक्षक को भी अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है।