यूआईटी-आरजीपीवी..:जेईई में 13 लाख से ज्यादा रैंक प्राप्त करने वालों को भी मिली सीट

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तकनीकी शिक्षा संचालनालय (डीटीई) द्वारा बीटेक में प्रवेश के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग की जा रही है। सीट अलॉटमेंट की पहली लिस्ट आ चुकी है। इस बार राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (यूआईटी) भोपाल में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (बीएसई) में प्रवेश की कट ऑफ रैंक 13 हजार से ज्यादा गिरी है। वर्ष 2023 में कट ऑफ रैंक 89161 थी। वर्ष 2024 में गिरकर 102579 पर पहुंच गई है। डीटीई द्वारा जेईई (मेन) के रैंक के आधार पर सीटें आवंटित की जाती है। इसमें यूआईटी-आरजीपीवी का परफार्मेंस लगातार खराब हो रही है। पिछले आठ साल से कट ऑफ रैंक गिर रही है। 2017 में सीबीएसई की सीट पर अलॉटमेंट की क्लोजिंग 62317 रैंक पर हुई थी। पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग की कट ऑफ रैंक सबसे नीचे खास बात यह है कि यूआईटी-आरजीपीवी में इस साल जिस कटऑफ पर सीबीएसई की सीट अलॉट की गई हैं उस पर आठ साल पहले आईटीआई, मैकेनिकल में सीट नहीं मिलती थी। इस बार यहां पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग की कट ऑफ रैंक सबसे नीचे गई हैं। यहां जेईई में 13 लाख 17040 रैंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट को भी सीट आवंटित की गई है। खास बात यह है कि ये प्रदेश की एक मात्र टेक्निकल यूनिवर्सिटी है। इसके बाद भी यहां छात्रों का रुझान कम हुआ है। तकनीकी शिक्षा विभाग से जुड़े एक्सपर्ट इसके पीछे का कारण बताते हैं कि यहां अच्छा एकेडमिक माहौल नहीं हैं। रेगुलर फैकल्टी क्लास टीचिंग से दूरी बनाकर रखती है।