ग्वालियर के पास शिवपुरी की जनपद पंचायत करैरा में आम सभा के नाम पर वित्तीय सभा बुलाने और सदस्यों से उपस्थिति के नाम पर साइन कराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जनपद सदस्यों ने मामले पर जनपद पंचायत सीईओ को आपत्ति दर्ज कराते हुए शिकायत की है। साथ ही जनपद में हो रहे कामों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। जनपद सदस्यों का कहना है कि कई बार लिखित शिकायत करने के बाद भी सीईओ कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं। जनपद सदस्यों का कहना है कि हमको जनपद के द्वारा कराए जाने वाले कोई भी काम की जानकारी नहीं दी जाती। कहां क्या हो रहा है और उसकी क्या गुणवत्ता है, जबकि जनता ने हमें वोट दिया है, वह हमसे जवाब मांगती है। जनपद पंचायत करैरा शिवपुरी के वार्ड-9 से जनपद सदस्य कोकसिंह परिहार ने बताया कि जनपद पंचायत करैरा में हो रहे विकास कार्यो को अधिकारी अपनी मर्जी से करा रहे हैं। इसमें जनपद सदस्यों को न पूछते हैं न ही कोई सहमति लेते हैं। अधिकारी अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक मीटिंग हुई जिसमें सभी जनपद सदस्यों फोन पर जानकारी मिली कि अगस्त को जनपद में एक एक आम सभा की बैठक है, जिसमें आपको उपस्थित होना है। भी जनपद सदस्य मीटिंग हॉल में पहुंचे तो वहां सभी से एक रजिस्टर पर बाबू द्वारा साइन करा लिया। उसके बाद में कहते हैं कि 80 लाख रुपए बजट आया है। सभी जनपद सदस्य को तीन तीन लाख रुपए बैठ रहा है, जिस पर कहा कि अपना प्रस्ताव दे दो क्या काम करना है। जैसे ही, जनपद सदस्यओं पता चला कि यह आम बैठक नहीं थी यह पन्द्रह वे वित्तीय की राशि की एजेण्डा मीटिंग थी जिसका जनपद सदस्यों ने विरोध किया। जनपद सदस्यों का आरोप था कि जनपद के अधकारियों द्वारा आम बैठक के रूप में बुलाकर बजट एजेंडा बैठक कर दी। गड़बड़ी की लिखित शिकायत की पर एक्शन नहीं
जनपद सदस्य कोकसिंह का कहना है कि आम बैठक के नाम पर एजेंडा बैठक करने पर हमने निंदा प्रस्ताव भी लाए। इसके बाद मैंने कई बार जनपद पंचायत में चल रही गड़बड़ी को लेकर शिकायत की, लेकिन आज तक कोई एक्शन जनपद पंचायत करैरा के सीईओ ने नहीं लिया है। न ही जांच कराई जा रही है।