रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर ओस्लो (नार्वे) से डिजिटल मंच पर ऑनलाइन रक्षाबंधन अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन के साथ मनाया गया। इसमें मुख्य अतिथि थे इंदौर के साहित्यकार हरेराम वाजपेयी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन हमारा बहुत बड़ा त्योहार है। अपने कर्तव्यों की याद दिलाने वाला त्योहार है, देश विदेश से जुड़े सभी को शुभकामनाएं देते हुए अनेक भाई-बहनों से जुड़े गीतों का पाठ किया। अध्यक्षता करते हुए सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ ने आग्रह किया कि देश की सत्ता में आसीन सहित सभी राजनैतिक पार्टियां भाई-बहन की तरह रहें और एक दूसरे के साथ मिलकर देश के लिए कार्य करें। हमारा देश युवाओं का है अतः युवा ही देश का नेतृत्व करेंगे जिनके कंधों पर देश का भार है। कार्यक्रम में भारत से रक्षाबंधन पर काव्यपाठ करने वालों में प्रो. शिव शंकर अवस्थी महामंत्री आथर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के महामंत्री दिल्ली, डॉ. हरि सिंह पाल महामंत्री नागरी लिपि परिषद, प्रो. के. पंकज विभागाध्यक्ष हिन्दी पूर्णिमा विश्वविद्यालय, डॉ. सुषमा सौम्या एवं विप्लव लखनऊ, प्रो. नमिता आर्य पुणे, प्रो. अर्जुन पांडेय अमेठी, प्रो. पल्लवी पाटिल लातूर महाराष्ट्र, प्रो. पूनम मिश्रा सुल्तानपुर, प्रियंका पाण्डेय एवं प्रतीक त्रिपाठी रायबरेली और डॉ. रश्मि चौबे गाजियाबाद थे। विदेश से डॉ. राम बाबू गौतम न्यूजर्सी अमेरिका, डॉ. हरनेक सिंह गिल लंदन एवं डॉ. जया वर्मा नाटिंघम यू.के., सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ एवं माया भारती ओस्लो नार्वे थे। कार्यक्रम का आयोजन किया भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम नार्वे ने।