दोनों प्रभारी एक-दूसरे के मत्थे मढ़ रहे आरोप बिहार का चारा घोटाला तो देशभर में चर्चित है, अब भोपाल नगर निगम में भी चारा घोटाला सामने आया है। रिकॉर्ड छिपाने के लिए इस साल का रजिस्टर ही गायब कर दिया गया। मामले की शिकायत गोविंदपुरा थाने में हुई है, लेकिन अब तक निगम ने कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं की है। करीब चार महीने पहले अन्ना नगर कांजी हाउस के प्रभारी नारायणदत्त मिश्रा को अरवलिया कांजी हाउस सह गोशाला ट्रांसफर किया गया था। अरवलिया के प्रभारी राजू वाल्मीकि को अन्ना नगर का प्रभार दिया गया था। इसी दौरान रिकॉर्ड रजिस्टर गायब हुआ है। इसमें पूरे साल में सप्लाई किए गए चारे का रिकॉर्ड होता है। सालभर में यहां करीब 10 लाख का चारा लगता है। डेढ़ महीने से अफसरों की जानकारी में है मामला रिकॉर्ड रजिस्टर गायब होने का मामला डेढ़ महीने पहले निगम की गोवर्धन परियोजना के जिम्मेदारों की जानकारी में आ गया था। पहले तो दोनों प्रभारियों को आपस में बात करके रजिस्टर उपलब्ध कराने की बात कही गई। ऐसा नहीं हुआ तो गोविंदपुरा थाने में लिखित शिकायत हुई। नारायणदत्त मिश्रा का कहना है कि जब उन्होंने राजू वाल्मीकि को प्रभार सौंपा तो सारा रिकॉर्ड उपलब्ध कराया था। इसी के आधार पर राजू ने साइन भी किए हैं। जबकि, राजू का कहना है कि मिश्रा ने रजिस्टर दिया तो उसमें हफ्तेभर की एंट्री ही नहीं थी। मैंने पूछा तो कहा कि अभी मेरे हाथ में चोट है, दो-चार दिन में पूरी एंट्री करके यह रजिस्टर दे दूंगा। मैंने भरोसे में उन्हें रजिस्टर दे दिया। तब से उन्होंने रजिस्टर लौटाया ही नहीं है। अफसरों को बता चुका हूं। इस संबंध में पुलिस को आवेदन दिया है। कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। -रणवीर सिंह, अपर आयुक्त, नगर निगम