अशोक नगर के कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में रविवार को कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें शासकीय हाईस्कूल एवं हायरसेकेण्डरी के प्राचार्यों की बारी-बारी से समीक्षा की गई। जिसमें प्रमुख रूप से उनके विद्यालय के स्टाफ की भौतिक स्थिति विगत 3 सालों में शासन से प्राप्त राशि का व्यय, कक्षावार गतवर्षों का परीक्षा परिणाम, पाठ्य पुस्तक वितरण की स्थिति, कक्षा 9 और 10 में पिछले साल की तुलना में नामांकन, वर्तमान में भवन की स्थिति, इंस्पायरड अवॉर्ड योजना सहित अन्य बिन्दुओं समीक्षा की गई शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी इस दौरान कलेक्टर ने 16 प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये। जिसमें प्राचार्य हाईस्कूल महुआलमपुर, रिजोदा, भौंराकाछी, बामोरीटांका, कालीटोर, सिरनी, खिरियादेवत, शहवाजपुर, बामोरीहुर्रा, ढाकोनी, खिरियादेवत, कालीटोर, चंदेरी, अमरोद और दियाधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किये जाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए गए। इसके साथ ही यह निर्देश दिए गए कि सभी शालायें समय पर लगें। कोई भी शिक्षक अनुपस्थित पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही की जावेगी। जिन शाला भवनों के कक्ष क्षतिग्रस्त हैं, उसमें भवनों में शैक्षणिक कार्य न किया जाये। आदिवासी बस्तियों का भ्रमण कर कक्षा 8 के बाद प्रवेश न लेने वाले छात्र-छात्राओं को चिन्हित कर प्रवेश दिलाया जाये। आदिवासी बस्तियों में जाकर यह देखा जाये कि कोई आदिवासी बालिका नामांकन से वंचित तो नहीं है, इस आशय का प्रमाण पत्र संबंधित प्राचार्य देंगे। साथ ही परियोजना समन्वयक और समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी व जन शिक्षकों के साथ बैठक में भी यह निर्देश दिए गए कि जन शिक्षक जिले की समस्त सेहरिया बस्तियों का भ्रमण कर कक्षा 1 से 8 तक के आयु वर्ग के छात्राओं का चिन्हांकन कर 7 दिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तक वितरण 58 प्रतिशत है। जो बहुत ही कम है।