रतलाम में पदस्थ एक लेडी कांस्टेबल को पुलिस वर्दी में सोशल मीडिया पर एक प्राइवेट कोचिंग का प्रचार करना महंगा पड़ गया है। रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने कांस्टेबल को संस्पेंड कर दिया है। कांस्टेबल रतलाम के नामली पुलिस थाना में पदस्थ है। दरअसल पूरा मामला यह है कि X पर एमपी युवा शक्ति के नाम से बने अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें एक युवती ड्यूटी पर तैनात लेडी कांस्टेबल से बात करती है। जिसमें लेडी कांस्टेबल इंदौर की एक प्राइवेट कोचिंग के बारे में प्रचार करती है। X पर वीडियो शेयर कर लिखा है कि ‘अब खाकी वर्दी का काम चौराहे पर ड्यटी देना ही नहीं, बल्कि प्राइवेट कोचिंग क्लास का प्रमोशन करना भी है। जिसे मध्यप्रदेश पुलिस की आरक्षक अनिष्का रावत मीना बखूबी निभा रही है।‘ एमपी पुलिस डिपार्टमेंट से निवेदन है कि पुलिस भर्ती से चयनित को वीडियो बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाए। इस वीडियो को पीएचक्यू व रतलाम एसपी को भी टैग किया गया है। वीडियो के ऊपर यह भी लिखा है कि अब खाकी वर्दी का काम भी ड्यूटी करते हुए कोर्स बेचना रह गया। इसके बाद रतलाम एसपी हरकत में आए। लेडी कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया। एसपी ने अपने X हैंडल पर पोस्ट किया कि ‘सोशल मीडिया के माध्यम से एक महिला आरक्षक द्वारा वर्दी में निजी कोचिंग संस्थान का प्रचार करना संज्ञान में आया है। जिस पर पुलिस अधीक्षक रतलाम द्वारा महिला आरक्षक के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए निलंबित किया गया है। आगे विभागीय स्तर पर जांच की जा रही है।‘ रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया की वीडियो संज्ञान में आने के बाद लेडी कांस्टेबल को अनीता रावत मीणा को सस्पेंड कर दिया है। यह है वीडियो में बातचीत X पर शेयर किए गए वीडियो में एक युवती लेडी कांस्टेबल को बोलती है कि ‘हैलो मेम आपके चैनल को बहुत टाइम से फॉलो कर रही है। मुझे आपके जैसे बनना है। मेम में पुलिस की तैयारी करना चाहती हूं। आपने कहां से तैयारी की है। तब लेडी कांस्टेबल कहती है मैने तो सत्यार्थी शर्मा क्लासेस इंदौर से तैयारी की है। मैं अभी भी एमपी एसआई की तैयारी वहां से ऑनलाइन कर रही हूं। यदि आपको भी वहां से तैयारी करना है तो उनका यू ट्यूब चैनल चेक कर सकती है। अभी तो अगस्त चल रहा है ऑनलाइन कोर्सेस में अच्छे ऑफर चल रहे है। महिला सुपरवाइजर, व्यापमं आदि की तैयारी कर सकती है। अच्छे कंटेट मिलेंगे। टीचर भी अच्छे है।’ यूजर ने किए कमेंट्स वीडियो शेयर होने के बाद कई यूजर के रिएक्शन भी आए। एक यूजर ने लिखा ‘वर्दी में ऐसा नहीं करना चाहिए। आप सिस्टम का हिस्सा हो। समझाइश के साथ महिला आरक्षक को एक मौका और देना चाहिए।’ एक ने लेडी कांस्टेबल के खिलाफ हुई इस कार्रवाई का उचित ठहराया है। एक ने लिखा कि मध्यप्रदेश पुलिस एक्ट की धारा 3(1) (क) के अंतर्गत पुलिस वाले खाकी वर्दी पहने कर ड्यूटी करते वक्त कोचिंगों का प्रचार प्रसार कर सकते है।