तुलसी जयंती समारोह का चौथा दिन:संत दूसरों की उन्नति देखकर प्रसन्न होते है- कथावाचक,छात्राओं ने ‘राम गुन गाऊ’ पर दी प्रस्तुति

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भोपाल के मानस भवन में तुलसी जयंती समारोह के अंतर्गत रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चौथे दिन दीदी मंदाकिनी रामकिंकर ने कहा कि सत्संग से ही संतत्व की प्राप्ति होती है। उन्होंने संत और असंत के भेद को समझाते हुए कहा कि विभीषण को भगवान श्रीराम कहते है कि तुम सरीखे संत प्रिय मोरे अर्थात वे रावण के भाई होते हुए भी संत कहलाते है। वहीं रावण विद्वान होते हुए असंत जैसा आचरण करता है। जो संत होते है वे दूसरों के दुख में दुखी होते है और दूसरों के सुख में सुखी होते है। कार्यक्रम के पूर्व में डॉ.विजया शर्मा एवं उनके समूह की छात्राओं ने किंकर जी की काव्यकृति ‘राम गुन गाऊ’ के आधार पर करूणामयी सुखदायी, मन की इन संकरी गलियों में, भगवान श्रीराम के रूप दर्शन की मनोहर झांकी, कौशल किशोर की मनोहर मुस्कान जैसे गीतों के आधार पर मनमोहक प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारे सांसारिक जीवन में माया के प्रभाव से धूल चढ़ जाती है। इस कारण हम ईश्वर के अंश होते हुए भी अंशी का अनुभव नहीं कर पाते। उन्होंने आगे कहा कि कथा ऐसी विधा है जिससे पुनः अपनी आत्मा पर पड़ी धूल को साफ कर आत्मानंद की प्राप्ति कर सकते है। विशिष्ठ अतिथि सुरेश पचौरी ने कहा कि तुलसी मानस प्रतिष्ठान की गतिविधियां सराहनीय है। वर्ष भर यहां प्रयाग सा पावन अवसर उपलब्ध है, जिसमें हमारे मन को प्रभु चरणों में लगाने की प्रेरणा प्राप्त होती है। संयोजक राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि पंडित रामकिंकर जन्मशताब्दी समारोह में 8 अगस्त से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। इन कार्यक्रमों के माध्यम से गोस्वामी तुलसीदास, पंडित रामकिंकर उपाध्याय के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित कार्यक्रमों से सुधी श्रोताओं के अलावा युवा पीढ़ी को भी जोड़ा गया है। यह प्रयास सराहनीय है। इस मौके पर मेला विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष माखनसिंह चौहान, कार्याध्यक्ष रघुनंदन शर्मा, सचिव कैलाश जोशी, प्रभु दयाल मिश्र, सुशीला शुक्ला तथा राजेश हिंगोरानी, महेश दुबे, रामेश्वर मिश्र, प्रो.राजकुमारी शर्मा, डॉ.रामवल्लभाचार्य, गौरी शंकर व विश्व जागृति मिशन के एम.पी.उपाध्याय एवं उनके सहयोगियों ने मंदाकिनी दीदी का पुष्पहार से स्वागत किया। सप्तदिवसीय समारोह तुलसी मानस प्रतिष्ठान के पूर्व कोषाध्यक्ष स्वर्गीय माधुरीसरन अग्रवाल की स्मृति को समर्पित है। कार्यक्रम का संचालन कमलेश जैमिनी एवं आभार प्रदर्शन देवेन्द्र रावत ने किया। कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को किया जाएगा।