BJP विधायक बोले- बांग्लादेश जैसा भारत में भी होगा:पन्ना लाल शक्य बोले- सुरक्षा के बारे में सोचना पड़ेगा, सदन में ‘लुच्चे’ बैठे हैं

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‘आज जो बांग्लादेश में हुआ है। कोई कह नहीं सकता कि मध्यप्रदेश या हिंदुस्तान में नहीं होगा, बिल्कुल होगा। हमें सुरक्षा के बारे में सोचना पड़ेगा। हमारी देशभक्ति केवल पड़ोसी से जमीन की लड़ाई की है। उसकी एक इंच जमीन पर कब्जा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ते हैं। सदन में लुच्चे बैठे हैं। इनकी सदस्यता खत्म की जानी चाहिए।’ यह बात गुना के भाजपा विधायक पन्ना लाल शाक्य ने कही। वे बुधवार को नगरपालिका सभागार में आयोजित विभीषिका दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इसका वीडियो शुक्रवार को सामने आया। इस दौरान विभाजन के दौरान पंजाब-सिंध प्रांत से आकर गुना में बसे नागरिकों का शॉल श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार, नगरपालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता, कलेक्टर सतेंद्र सिंह समेत जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे। ‘सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है’ विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा, ‘कृष्ण रथ पर बैठे रहे। बिना हथियार के उन्होंने राक्षसों को मरवा दिया। सब दुश्मनों को मरवा दिया। ये विचार अगर हम रख सकते हैं, तो फिर अच्छी व्यवस्था हो जाएगी। आज की जो परिस्थिति है, उसका ध्यान रखना आवश्यक है। आज जो बांग्लादेश में हुआ है न, वो कोई कह नहीं सकता कि मध्यप्रदेश में और हिंदुस्तान में नहीं होगा। बिल्कुल होगा। सुरक्षा के विषय में तो सोचना पड़ेगा। ‘रामायण में कुछ पात्र थे – सोमाली, माल्यबल और बाली। कैकेई और दशरथ का दानवों से युद्ध हुआ। बाली मारा गया। माल्यबल ने सरेंडर कर दिया। सोमाली भाग गया। वो सोमाली अफ्रीका के साथ लगे देश सोमालिया में बस गया। आज उसकी संतति समुद्र के लुटेरे के रूप में परिवर्तित हो गई है। जब वो भाग कर गया तो कैकेई ने कहा कि सोमाली तुम अगर भाग गए हो, तो बचोगे नहीं। मैं ऐसी संतान पैदा करूंगी कि इस भूमंडल से समूचे राक्षसों का नाश हो जाए।’ ‘बैंक बैलेंस और फैक्ट्री वाले भाग जाएंगे’ ‘आप भी विचार करो। ऐसे लोगों का पालन पोषण नहीं करना, जो फूंक मारने से हिल जाएं, लेकिन हम चाहते हैं कि हमारा बेटा डॉक्टर बन जाए, इंजीनियर बन जाए, कलेक्टर बन जाए। कोई नहीं चाहता कि बेटा भगत सिंह बने, चंद्रशेखर आजाद बने। ऐसे में देश की सुरक्षा कैसे होगी? जिस ने मरना नहीं सीखा न, वो देश की सुरक्षा नहीं कर सकता। व्यक्तिगत प्रॉपर्टी बढ़ा लेगा वो। ये जितने भी आए हैं न (विभाजन के दौरान पाकिस्तान और सिंध से आए लोगों की तरफ इशारा करते हुए) ऐसे ही भागेंगे फैक्ट्री वाले, बैंक बैलेंस वाले। हमें सुरक्षा का भाव पैदा करना होगा। यह आ गया, तो देश में न उपद्रव होगा और न देश टूटेगा।’ ‘हमारी देशभक्ति पड़ोसी से जमीन की लड़ाई तक’ ‘अभी संसद चल रही थी न। दो सदस्यों ने खराब बात कही है। वो खराब बात राजा के सामने हिम्मत नहीं होती, लेकिन उनकी हिम्मत हो गई, तो ये टेस्ट कर लो। समझ लो कि क्या चल रहा है। क्या होने वाला है। नरेंद्र मोदी के आभारी हैं, जिन्होंने स्मृति दिवस मनाने के लिए प्रेरित किया। मोबाइल से उन्हें वॉट्सऐप तो भेज दो कि आपके ये सदन में कैसे लोग बैठे हैं ‘लुच्चे’, इनकी सदस्यता खत्म करो आज ही। भेजे क्या किसी ने, बताओ। हम अपने आप को कहेंगे कि बड़े देशभक्त हैं। काहे के देशभक्त हो, हमें चिंता ही नहीं है। इस बात में देशभक्त हैं कि पड़ोसी की एक इंच या एक फीट जमीन भी दबा रखी है, तो सुप्रीम कोर्ट तक लड़ते जाएंगे, पेशी पर पेशी करेंगे। ये हमारी देशभक्ति है। कहां की देशभक्ति, जरा खोजो तो सही। जब देशभक्ति ही नहीं तो देश बचेगा कैसे।’ पहले कहा था- डिग्री से बेहतर, पंक्चर की दुकान खोलें विधायक पन्ना लाल शाक्य ने 14 जुलाई को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के उद्घाटन कार्यक्रम में मंच से छात्रों को नसीहत दी थी। कहा था- ‘मेरा आप सब से निवेदन है कि केवल एक बोध वाक्य पकड़ लेना। ये कॉलेज की डिग्री से कुछ होने वाला नहीं है। मोटरसाइकिल की पंक्चर की दुकान खोल लेना, जिससे कम से कम अपना जीवन यापन चलता रहे।’ पढ़ें पूरी खबर