खंडवा-खरगोन-अलीराजपुर नई रेल लाइन सर्वे को मंजूरी:6.25 करोड़  में होगा सर्वे; 250 KM में सीधे गुजरात से जुड़ेगा निमाड़; केंद्रीय राज्यमंत्री ने लिखा था पत्र

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केंद्र सरकार ने आम बजट में शामिल रेल बजट का विस्तृत विवरण बुधवार को जारी किया गया है। इस बजट में रेलवे ने निमाड़ को बड़ी सौगात देते हुए प्रस्तावित खंडवा-अलीराजपुर रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी दे दी है। इस नई लाइन का सर्वे सवा 6 करोड़ रूपए की राशि में पूरा किया जाएगा। अब निमाड़ सीधे गुजरात से जुड़ जाएगा। वर्तमान समय में खरगोन, बड़वानी जिले में रेलवे ट्रैक तक नहीं है। इसके लिए केन्‍द्रीय राज्यमंत्री और क्षेत्रीय सांसद सावित्री ठाकुर द्वारा 22 जुलाई, 2024 को माननीय रेल मंत्री को नवीन रेल लाइन स्वीकृत करने के लिए पत्र लिखा गया था। उस पत्र के माध्यम से रेल मंत्रालय को बताया कि अलीराजपुर से कुछी, सिंघना, बड़वानी, खरगोन होते हुए खंडवा तक नई रेल लाइन स्वीकृत होने से पूर्वी और पश्चिमी निमाड़ आपस में जुड़ जाएंगे। साथ ही खंडवा से बड़ौदा गुजरात की दूरी भी लगभग 200 किमी कम हो जाएगी। रेल मंत्रालय द्वारा 2024-25 के रेल बजट का ब्यौरा बुधवार को जारी किया गया। इसमें रेल मंत्रालय ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में रेल लाइनों के बिछाने के लिए नये सर्वेक्षण की लिस्ट भी जारी की है। इस लिस्ट के 102 पर अलीराजपुर से बड़वानी, जुलवानियां, खरगोन से खंडवा तक नया ब्रॉडगेज रेलमार्ग के लिए सर्वे की स्वीकृति दी गई है। करीब सवा 6 करोड़ की लागत से इस नई लाइन का एफएलएस (फाइनल लोकेशन सर्वे) करने का निर्णय लिया गया है। इस रेलमार्ग के स्वीकृत होने से खंडवा से वाया अलीराजपुर के रास्ते वड़ोदरा जाने में करीब 200 किलोमीटर दूरी घटेगी। इस रेलमार्ग के बनने से खंडवा, खरगोन, बड़वानी का आदिवासी क्षेत्र सीधे बनारस, वडोदरा के मेन रेलमार्ग पर आ सकेगा। इससे रेलवे को अति व्यस्त व्हाया भुसावल, नंदूरबार रेल रूट के विकल्प के रूप में गुजरात को जोड़ने वाला शॉर्टकट नया रेल रूट उपलब्ध हो सकेगा। केंद्रीय राज्यमंत्री और क्षेत्रीय सांसद सावित्री ठाकुर की ओर से आदिवासी क्षेत्र की जनता की मांग को स्वीकार करने के लिए रेल मंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आदिवासी क्षेत्र की जनता को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध हैं और जब यह लाइन पूरी होगी तो अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी क्षेत्र के लोगों के विकास के नये रास्ते भी खुलेंगे। इस क्षेत्र का सामाजिक, सांस्कृतिक और आ‍र्थिक विकास के नये द्वार खुलेंगे।