कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर मध्यप्रदेश में भी सरकार के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में पदस्थ साढ़े तीन सौ जूनियर डॉक्टरों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज के स्वास्थ्य व्यवस्था ठप्प हो गई है। जूनियर डॉक्टर हड़ताल के दौरान ना ही वार्ड में जाएंगे और ना ही ओपीडी में बैठेंगे और ना ही आपरेशन करेंगे। जूडा की मांग है कि दोषियों को सरकार सजा दे और 2017 में जो सेन्ट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना था, उसे तुरंत करें। जूडा ने चेतावनी दी है कि जब तक कलकत्ता के साथी डॉक्टरों को सुरक्षा नहीं मिलती है, तब तक सभी जुनियर डाक्टर हड़ताल पर रहेंगे। जबलपुर में जूडा डाक्टर सुबह करीब साढ़े 10 बजे डीन ऑफिस पहुंचे और प्रोटेस्ट करते हुए मांग की है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। कोलकाता में हुई घटना के विरोध का असर आज जबलपुर नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में भी देखने को मिला। मेडिकल कॉलेज के जुडा डॉक्टर काम बंद कर डीन आफिस पहुंचे और प्रोटेस्ट करते हुए सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ा जाए। जुडा एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्र बाबू ने बताया कि अब ये विरोध सिर्फ मेडिकल डॉक्टरों का नहीं बल्कि पूरे देश का मुद्दा बन गया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जितने भी इंस्टीट्यूट है, सभी में सेन्ट्रल प्रोटेक्शन एक्ट फॉर वूमेन लागू होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सबसे पहले हमने साइलेंट प्रोटेस्ट किया, इसके बाद भी पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमला हो जाता है। जुड़ा डाक्टर ने कहा जिस तरह से लगातार महिलाओं के साथ घटनाएं हो रही है, उसको देखते हुए अब लगने लगा है कि देश में सुरक्षा बड़ा इश्यू बन चुकी है। डॉक्टरों ने कहा कि आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी गई है, सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही दी जाएगी, इसके अलावा ओपीडी,ऑपरेशन और वार्ड डूयटी को बंद कर दिया गया है।
जुनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो गई है। मेडिकल प्रबंधन ने एचओडी और सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई है। मेडिकल कॉलेज के बाहर इलाज के लिए पहुंचे मरीज आज परेशान होते नजर आए। ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ लगी रही। पेट दर्द का इलाज के लिए कंटगी से आए राजकुमार ने बताया कि ओपीडी में की पर्जी नहीं कटी जिसके चलते परेशान होना पड़ रहा है। बिना इलाज के ही वापस जा रहे है।