कांग्रेस के हल्ला बोल आंदोलन में कांग्रेस नेताओं ने महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन और बढ़ते अपराध का मुद्दा उठाए जाने के साथ में शहीद पार्क पर सभा में मंच से खुला आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के गृह नगर में अलग-अलग फ्रेंचाइजी दे दी गई है। इसमें खुली राॅयल्टी वसूली जा रही है। जिले में दलित लोगों की जमीन को भाजपा नेताओं द्वारा हथियाने के आरोप भी लगाए। यह माफिया सरकार है। मंच से प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तथा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भाजपा की प्रदेश सरकार को घेरते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने तो मंच से यह तक कह दिया कि सबै भूमि गोपाल की… सिंहस्थ की भी। नेता प्रतिपक्ष सिंघार बोले- मुख्यमंत्री खुद को भगवान महाकाल से बढ़ा समझ बैठे हैं। वह क्या जमीनों के लिए ही मुख्यमंत्री बने हैं? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उज्जैन की शराब गुजरात में बेची जा रही है। सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी की ओर से उज्जैन में शराब बंदी का प्रस्ताव भी लाया गया। उन्होंने कहा कि शराब बंद की जाएगी तो मुख्यमंत्री का नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि उज्जैन में शराब बंद करोगे तो यहां तो कालभैरव भी है। सभा के बाद कांग्रेस नेता रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होंने कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया। कलेक्टोरेट में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र होने लगे और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स के ऊपर चढ़ने का प्रयास करते रहे लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद, प्रदेश अध्यक्ष पटवारी, नेता प्रतिपक्ष सिंगार, ननि के नेता प्रतिपक्ष रवि राय, चेतन यादव, विवेक यादव विक्की, अजीत सिंह, माया राजेश त्रिवेदी सहित कांग्रेसी सड़क पर बैठ गए। इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। धक्का-मुक्की के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता भागते हुए नजर आए। आंदोलन के प्रभारी चंदरसिंह सोंधिया ने बताया एक घंटे तक चले घेराव के बाद प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने उज्जैन कलेक्टर नीरजकुमार सिंह को ज्ञापन देकर प्रदर्शन को समाप्त कर दिया। नया मीटर, बिजली के बिल 4 से 5 हजार तक सिंह ने मोदी पर कहा कि देश को खूब लूट रहे हैं। बिजली का नया मीटर आया है, जो 1000 का बिल 4-5 हजार का देगा। इधर सिंघार ने कहा कि अपराध बढ़ गए, जमीन महंगी हो गई। सरकार कर्ज में डूबी है। मंत्री और सीएम कंबल ओढ़कर घी पी रहे हैं। कम से कम शिप्रा नदी की सफाई ही करवा दो। डरता वो है, जिन्होंने कांग्रेस से कमाया और लड़ने का मौका आया तो भाजपा में चले गए राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा- कांग्रेस के युवाओं में आज जोश देखने को मिल रहा है। सीएम के घर पर जो हल्ला बोला उसके लिए बधाई। उन्होंने कांग्रेस से भाजपा में गए लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि डरता वो है, जिन्होंने कांग्रेस से खूब कमाया और खाया और जब लड़ने का मौका आया, तब भाजपा में शामिल हो गए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मानसिंह पटेल गुमशुदगी मामले में एसआईटी गठित ओबीसी नेता मानसिंह पटेल की सागर जिले में जमीन मामले में कब्जा करने का आरोप मंत्री गोविंदसिंह राजपूत पर लगा था। इसे लेकर पटेल ने 2016 में एक शिकायत दर्ज कराई थी। पटेल ने अपनी जान का खतरा बताया था। इसके बाद से पटेल लापता हो गए। इसे लेकर पीड़ित परिवार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अच्छा निर्णय दिया है। पटेल गुमशुदगी मामले में एसआईटी गठित की और जिसमें आईपीएस अधिकारी मध्यप्रदेश के बाहर के होंगे। सभा के दौरान ये प्रमुख मुद्दे उठाए