इंदौर के बाजारों में रक्षा बंधन की रौनक दिखाई देने लगी है। रक्षा बंधन को अब केवल 4 दिन बचे हैं और बाजार रंग-बिरंगी और आकर्षक राखी से सजे हुए हैं। शहर के आसपास के जिलों सहित अन्य प्रदेशों से भी लोग रानीपुरा स्थित थोक बाजार में राखियों की खरीदी के लिए पहुंच रहे हैं। इस बार बाजार में रुद्राक्ष, ब्रेसलेट और मोतियों से बनी राखी की मांग ज्यादा है। खासकर कोलकाता और गुजरात की बनी राखियों की मांग अधिक है। सराफा बाजार में इस बार लाइट वेट और नई वैराइटी की राखियों की डिमांड बढ़ी है। सराफा बाजार में गोल्ड दाने के साथ 3 फिट की राखी का नया ट्रेंड सामने आया है। खास तौर पर 92.5 टंच शुद्धता वाली चांदी और 91.6 टंच शुद्ध गोल्ड की राखियां लोगों को पसंद आ रही हैं। इनकी कीमत 1 हजार रुपए से लेकर 1 लाख तक है। नई डिजाइन के साथ ही कस्टमाइज्ड राखियां भी उपलब्ध हैं। सराफा व्यापारियों का कहना है कि लोगों की डिमांड इस बार चेंज हुई है। अधिकतर ग्राहक सस्ती राखियों की जगह महंगे, ड्यूरेबल और लाइट वेट आइटम की तरफ रुख कर रहे हैं। सराफा में राखी कस्टमाइज्ड करा रहे ग्राहक इस बार सराफा में ग्राहक कस्टमाइज्ड राखी में ज्यादा इंटरेस्ट ले रहे हैं। व्यापारी शैलेंद्र जैन बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में ग्राहकों की पसंद बदली है। सामान्य ग्राहक भी अपनी पसंद की राखी बनवा रहे हैं। इसमें लोगों ने चेन, घड़ी, ब्रेसलेट और कपल राखी कस्टमाइज कराई है। रानीपुरा, आड़ा बाजार, बक्षी गली और राजवाड़ा सहित मालवा मिल, पाटनीपुरा और अन्य इलाकों में खरीदी करने आसपास के गांवों से लोग आ रहे हैं। रानीपुरा और राजवाड़ा में दो सौ बड़ी थोक दुकानें हैं। 3 फिट लंबी ऑफिसर राखी की डिमांड सराफा व्यापारी उत्कर्ष जैन बताते हैं कि इस बार बच्चों के लिए 92.5 टंच शुद्धता वाली चांदी के साथ बच्चों के लिए घड़ी राखी और कंपास सेट पर राखियों का ट्रेड हैं। इसके अलावा गोल्ड दाने के साथ 3 फिट की ऑफिसर राखी का चलन बढ़ा है। इसमें खास बात यह है कि इसे सालभर पहन के रख सकते हैं। इसका कलर भी फेड नहीं होता। डिमांड के हिसाब से ऑफिसर राखी की कीमत 11 सौ रुपए से शुरू हो रही है। वहीं चांदी की कपल राखी और गोल्ड में भी सिंगल और कपल राखी भी मार्केट में है। सोने-चांदी के दाम बढ़ने के बाद भी उम्मीद से अधिक ग्राहकी पिछले सालों से तुलना करे तो सोने-चांदी के बढ़ते दाम के कारण इनसे बनी राखियां महंगी हुई हैं। बीते साल सोना 55 हजार रुपए प्रति दस ग्राम था, जो आज 72 हजार रुपए है। चांदी भी 60 से 81 हजार रुपए किलो पर पहुंच गई है। इसके बावजूद सोने और चांदी से बनी राखी को लेकर लोगों का रुझान कम नहीं हुआ है।