महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार का कार्यकाल खत्म होने के चलते अक्टूबर में चुनाव होने कि संभावना है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर शहर भाजपा की बैठक तीन दिन पहले हुई थी। बीजेपी नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र चुनाव में इंदौर के नेताओं को भी चुनाव प्रचार के काम पर लगाया जाएगा। इंदौर बीजेपी महानगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने बताया कि महाराष्ट्र चुनाव को लेकर ऐसे नेताओं और कार्यकर्ता के नाम मांगे गए हैं, जो अगले दो से तीन महीने का समय चुनाव प्रचार के लिए दे सकें। हमने एक सूची बनाकर संगठन को भेज दी है। सभी जिलों से नाम आने के बाद प्रदेश की कमेटी बैठकर इन नामों पर विचार-विमर्श कर फाइनल सूची बनाकर दिल्ली भेज देगी। अधिकतर जिलों से नाम भोपाल बीजेपी कार्यालय पहुच चुके हैं। जातिगत समीकरण के साथ ही इंदौर के इन नेताओं को मिल सकती हैं जवाबदारी बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र चुनाव के लिए अब पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन के साथ ही किसी अन्य मराठी नेता को भी भेजने पर विचार किया जा रहा है। वहीं महाराष्ट्र में ब्राह्मण वोटरों को साधने के लिए विधायक गोलू शुक्ला और रमेश मेंदोला को ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। ग्रामीण क्षेत्र से रवि रावलिया, अशोक सोमानी, रीता उपमन्यु आदि के नामों पर चर्चा है। इसी के साथ ओबीसी वोटरों को साधने के लिए जीतू जिराती को कुछ विधानसभा की जवाबदारी मिल सकती है। झारखंड चुनाव के लिए भी तैयार हो रही एमपी से टीम महाराष्ट्र चुनाव के बाद झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी बीजेपी ने अपनी तैयारियों शुरू कर दी है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि चुनाव भले ही झारखंड में है, लेकिन चुनौती मध्य प्रदेश बीजेपी की है। क्योंकि झारखंड की जवाबदारी बीजेपी आलाकमान ने शिवराज सिंह चौहान को दी है। वहीं इंदौर बीजेपी सूत्रों का कहना हैं कि टीम शिवराज ने झारखंड चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए एमपी के नेताओं को झारखंड में प्रचार प्रसार करने और चुनाव जीत की रणनीति बना सके ऐसे नेताओं की सूची तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस सूची में इंदौर के नेताओं को प्रमुखता से जवाबदारी दी जाएगी। इंदौर के नेताओं का चुनाव सक्सेस रेट 100 प्रतिशत इंदौर के बीजेपी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने और लड़वाने में महारत हासिल है। इंदौर बीजेपी के नेताओं का चुनाव जीतने का सक्सेस रेट 100 प्रतिशत है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला से लेकर जीतू जिराती चुनाव रणनीति बनाने और उसे ज़मीन पर लाने पर महारत रखते हैं।