भिंड जिले के लहार थाना क्षेत्र क्षेत्र में लंबे समय से जुआ फड़ा लगाकर हार जीत का दांव लगाकर खेलने वाले 17 जुआरियों को पुलिस ने दबोच लिया है। यह जुआ एक घर के अंदर खेला जा रहा था। हालांकि यह जुआ खिलाने वाला मकान मालिक मौके से फरार होने में कामयाब रहा। भिंड जिले कस्बे के जनपद के पास एक मकान में जुआ खेले जाने की सूचना मुखबिर ने पुलिस को दी। जुआरियों की संख्या डेढ़ दर्जन से अधिक होने की जानकारी मिलते ही लहार के अलावा अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस फोर्स बुलाई गई और पूरे मकान की घेराबंदी की गई। यह जुआ का फड़ जनपद कार्यालय के पीछे स्थित झुन्नु त्रिपाठी के मकान में खेला जा रहा था। पुलिस की घेराबंदी की सूचना मौके से मकान मालिक भाग खड़ा हुआ। घेराबंदी के दौरान पुलिस ने मौके से श्याम सुंदर उर्फ पिंटू पुत्र देवी दयाल शर्मा उम्र चालीस निवासी नानपुरा, रोहित पुत्र सुरेंद्र शर्मा निवासी सिकरी जागीर, रामवीर सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह चौहान निवासी सिंहपुर हाल लहार, पुष्पेंद्र सिंह पुत्र दयाल सिंह चौहान निवासी लालपुरा हाल लहार, मोनू निवासी बरुअन का पूरा लहार, जितेंद्र उर्फ कल्लू शर्मा निवासी काथा थाना मिहोना धर्मेंद्र पिता गिरजा शंकर दीक्षित निवासी लहार, थानसिंह पुत्र हाकिम सिंह सिकरवार निवासी सिंहपुरा, सुरेश कुमार पुत्र बृजकिशोर गुप्ता निवासी लाल सिंह पैलेस के पीछे लहार, पुष्पेंद्र सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह राजावत निवासी भीकमपुर, उदय सिंह पुत्र रामस्वरूप चौहान ग्राम खुर्द थाना मिहोना, सत्येंद्र सिंह पुत्र जय सिंह चौहान निवासी खुर्द थाना मिहोना, आशीष पुत्र लक्ष्मीनारायण सोनी निवासी तिवारी मोहल्ला, प्रहलाद सिंह पुत्र राजबहादुर सिंह चौहान निवासी सिंहपुर, राहुल सिंह चर्फ गुल्लू पुत्र वीरेंद्र सिंह चौहान निवासी नकारा, राघवेंद्र सिंह पुत्र रणविजय सिंह कुशवाह निवासी सिंहपुर हाल लहार समेत सभी को पुलिस में दबोच लिया है। पकड़े गए आरोपियों से 15 मोबाइल नगदी 39000 जप्त की है। पुलिस से सेटिंग का झांसा देकर बुलाते थे पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह जुआ का संचालन पुष्पेंद्र सिंह द्वारा कराया जा रहा था और अलग-अलग क्षेत्र के जुआरियों को फोन कॉल व मोबाइल पर मैसेज कर जुआ के फड़ की सूचना दी जाती थी। साथी यह भी कहा जाता था कि पुलिस से सेटिंग है। इस कारण से कोई भी पुलिस का खतरा नहीं है। इस तरह लंबे समय से क्षेत्र में यह जुआ फड़ एक्टिव था। लहार थाना प्रभारी रविंद्र शर्मा, एसआई आशीष यादव की सूझबूझ से यह जुआरी दबोचे गये।