उच्च माध्यमिक शिक्षकों के खाली पदों के लिए 2022 में भर्ती निकली थी। इसकी पात्रता और चयन परीक्षाएं 2023 में हुईं। चयन परीक्षा का रिजल्ट 2024 फरवरी में आया। बावजूद इसके काउंसलिंग में शामिल उम्मीदवारों को अब तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है। चयनित उम्मीदवार भटक रहे हैं। चयन परीक्षा की मेरिट के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन काउंसलिंग के तहत चयनित उम्मीदवारों के दस्तावेज का सत्यापन हो चुका है। सभी 16 विषयों में सत्यापन के लिए 4721 उम्मीदवारों को बुलाया गया था। बुधवार तक सत्यापन किए जाएंगे। शिक्षक चयन परीक्षा का आयोजन मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) ने किया था। बता दें कि उच्च माध्यमिक शिक्षक के कुल पद 8720 हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत 7591 पद हैं। इसी तरह जन जातीय विभाग के अंतर्गत कुल पद 1129 के पद हैं। इनमें से सत्यापन के लिए 769 को बुलाया। कुल 5490 को सत्यापन के लिए बुलाया है। इन्हें नियुक्ति का इंतजार है। अधिकारी बोले- अभी कार्रवाई चल रही है.. स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग की मेरिट में शामिल उम्मीदवारों का कहना है कि वे 6 महीने से नियुक्ति आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री, स्कूल शिक्षा मंत्री और अधिकारियों को कई बार ज्ञापन सौंप चुके हैं। लेकिन नियुक्ति नहीं होने के कारण मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। इसको लेकर उम्मीदवार डीपीआई के अधिकारियों से मिले तो उन्होंने जवाब दिया कि उनके हाथ में कुछ नहीं है। अभी कार्रवाई चल रही है। कार्यरत शिक्षकों पर ज्यादा लोड, खाली पद भरे जाएं शिक्षकों की कमी के बीच स्कूलों का रिजल्ट नहीं सुधारा जा सका। वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों पर लोड अधिक है। उनसे गैर शैक्षणिक कार्य भी कराए जाते हैं। वर्तमान शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम भी करने चाहिए। यदि सरकारी स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन देना है तो शिक्षकों के सभी खाली पदों पर जल्द से जल्द से नियुक्ति होनी चाहिए। इसके लिए अभियान स्वरूप भर्ती चलाई जानी चाहिए। जो उम्मीदवार चयनित हो चुके हैं उन्हें समय पर नियुक्ति नहीं मिलेगी तो वे भी परेशान होंगे। डॉ. ओपी शर्मा, रिटायर्ड एडिशनल डायरेक्टर, स्कूल शिक्षा