भोपाल के अशोका गार्डन इलाके के सुंदर नगर में हाइटेंशन लाइन से करंट लगने से डॉक्टर की मौत हो गई। मामले में परिजनों और रहवासियों ने बिजली कंपनी को लापरवाह बताया। इलाके के लोगों के अनुसार यहां के ट्रांसफॉर्मर में लगातार आग लगती रहती है। जिससे महीने में 3 से 4 बार आग ज्यादा भड़क जाती है। इसे रोकने के लिए लोगों ने रेत भी खरीद कर रखी है। जिससे तुरंत आग को बुझाया जा सके। हालांकि, इस मामले में बिजली कंपनी का कहना है कि इलाके में एक तरह से अवैध कंस्ट्रक्शन है। घर काफी पास पास बने हैं। नियमानुसार जितनी दूरी होनी चाहिए उतनी नहीं है। हम शिकायत करते हैं, कोई सुनता नहीं इलाके के रहने वाले अनस ने बताया कि हम लगातार बिजली विभाग को इस बारे में कम्पलेंट करते हैं, मगर कोई नहीं सुनता है। यहां महीने में 3 से 4 बार आग लगती है। जिसको देखने तक कोई नहीं आता है। इसलिए हमने ही यहां पर रेत खरीदकर रख दी है। जिससे आग भड़कने की स्थिति में बुझाई जा सकें। जब रेत खत्म हो जाती है तो इलाके लोग दोबारा खरीदकर यहां रख देते हैं। बिजली के तार सिर्फ 6-7 फीट की ऊंचाई पर घटना स्थल से 50 मीटर की दूरी पर स्थित गली में तार इतने नीचे हैं कि इससे कभी भी हादसा हो सकता है। लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत की है, लेकिन यहां कोई सु़नने वाला नहीं है। अगर कोई लंबी हाइट वाला व्यक्ति हो तो आसानी से टकरा सकता है। यहां पर स्ट्रीट लाइट भी लंबे समय तक बंद है। यह थी घटना घटना सोमवार रात अशोका गार्डन के सुंदर नगर कॉलोनी में सोमवार रात 8 बजे की है। सड़क पर पानी भरा होने से करंट फैल गया। डॉक्टर उपेंद्र तिवारी बुरी तरह झुलस गए। उन्हें नजदीकी प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। यहां रात 10 बजे उनकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर उपेंद्र तिवारी 80 फीट रोड, अशोका गार्डन के रहने वाले थे। पत्नी डॉक्टर डिंपल तिवारी और वे सुंदर नगर में किराए की दुकान में क्लिनिक चलाते हैं। हर रोज की तरह रात 8 बजे क्लिनिक में प्रैक्टिस के लिए उपेंद्र पहुंचे। क्लिनिक के बाहर सड़क पर पानी भरा हुआ था। उपेंद्र क्लिनिक खोल ही रहे थे, तभी ऊपर से हाईटेंशन लाइन का वायर टूट कर गिर गया। डॉक्टर उपेंद्र तिवारी की शादी डॉक्टर नीलम तिवारी से करीब 8 साल पहले हुई थी, उनके कोई बच्चे नहीं है। बिजली कंपनी ने कहा- मकान बहुत पास बने हैं इलाके में समय-समय पर मेंटेनेंस किया जाता है। शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। इस तरह की घटना की एक मुख्य वजह यह भी है कि मकान बहुत पास पास बने हैं।
-जेसी कुशवाहा ,असिस्टेंट इंजीनियर, गोविंदपुरा यह खबर भी पढ़ें… ‘पति गाड़ी हटाने गए तभी लाइन चालू कर दी’ तार गिरने से चारों तरफ आग लग गई। फिर लाइट बंद हुई तो बाहर निकले। तार नीचे पड़ा था, उन्होंने मुझे अंदर भेज दिया। लाइट बंद होने के बाद वे बाहर अपनी बाइक हटाने गए थे। उस दौरान फिर से लाइट चालू कर दी गई। यह कहना है यह कहना है डॉक्टर उपेंद्र तिवारी का पत्नी नीलम तिवारी का। पढ़ें पूरी खबर