ग्वालियर के डबरा में एक जूता कारोबारी के बेटे को ऑनलाइन ठगी करने वालों ने 15.5 लाख रुपए से ठगा है। ठगों ने बिटकॉइन, शेयर ट्रेडिंग में पैसा लगवाकर पहले 40 लाख रुपए का मुनाफा उसके कथित ऑनलाइन अकाउंट में दिखाया फिर इनकम टैक्स विभाग मुम्बई और दिल्ली से दो नोटिस भेजे। इसके बाद व्यापारी पुत्र से इतनी बड़ी रकम अकाउंट से निकालने से पहले 15.50 लाख रुपए इनकम टैक्स के जमा करा दिए। इसके बाद भी व्यापारी पुत्र से और रुपए मांग रहा था। इसी बीच जूता कारोबारी ने अकाउंट का ऑडिट कराया तो रुपए कम मिले। पूछताछ पर बेटे ने पूरी कहानी सुना दी। व्यापारी पुत्र को लेकर ग्वालियर साइबर क्राइम थाना पहुंचा है और शिकायत दर्ज कराई है।
ग्वालियर के डबरा निवासी 20 वर्षीय लक्ष्य खत्री पुत्र हेमंत खत्री के साथ ठगी हुई है। हेमंत खत्री जूता कारोबारी है और उनकी डबरा में ही ‘शू’ शॉप है। लक्ष्य भी पिता के साथ दुकान के संचालन में हाथ बंटाता है। वर्ष 2022 में लक्ष्य को इस्टाग्राम पर सपना ट्रेडिंग के अकाउंट पर एक स्टोरी दिखाई दी, जिसमें दो हजार रुपए लगाने पर दो घंटे में सिर्फ दस हजार रुपए का फायदा हुआ था। सक्सेस स्टोरी पढ़ने के बाद व्यापारी पुत्र ने उस आईडी पर बात की तो उसे बताया गया कि लोगों द्वारा जमा कराए गए पैसों को वो लोग बिटकॉइन और शेयर ट्रेडिंग में लगाते है, जिसका काफी कम समय में पांच गुना लाभ होता है। इसका पता चलते ही व्यापारी पुत्र ने उनके बताए अनुसार पैसा लगाना शुरू कर दिया और जिसका उसे 11 हजार रुपए के रूप में लाभ मिला।
लाखों रुपए के मुनाफे पर लगाया इनकम टैक्स
व्यापारी के बेटे को शुरुआत में कुछ रुपए कमाकर दिए गए और वह लालच में फंस गया। इसके बाद उसे मजा आने लगा। इसके बाद लक्ष्य ने कुछ हजार रुपए लगाए तो उसे करीब चालीस लाख का मुनाफा हुआ। यह मुनाफा उसके खाते में ऑनलाइन नजर आ रहा था। उसने रुपए निकालने का प्रयास किया, लेकिन रुपए नहीं निकल रहे थे। जब उसने उक्त आईडी पर संपर्क किया तो उसे बताया गया कि उसकी इनकम पर इनकम टैक्स लगेगा और इसके बाद वह उनके बताए अनुसार पैसे जमा कराता गया। लेकिन पैसे नहीं निकले।
मुम्बई और दिल्ली के आए नोटिस, गिरफ्तारी की दी धमकी
इसके बाद उसके पास मुम्बई इनकम टैक्स डिपार्टमेंट स दो नोटिस आए, जिसमें उसके खाते की रकम पर इनकम टैक्स जमा कराना था। रुपए जमा नहीं कराने की स्थिति में उसे और उसके पिता को गिरफ्तार कर उनकी दुकान को सीज करने की धमकी थी। जिससे डर कर वह रुपए जमा कराता गया। इसके बाद उसके पास दिल्ली इनकम टैक्स से नोटिस आया और इन नोटिसों से वह काफी डरा हुआ था और उसने 15 लाख 48 हजार रुपए उनके खाते में जमा करा दिए। लेकिन इसके बाद भी उससे पैसों की मांग की जाती रही।
पिता ने कराया ऑडिट तब हुआ खुलासा
कुछ दिन पहले लक्ष्य के पिता ने अपना ऑडिट कराया तो पता चला कि उनके खातें से काफी लेनदेन हुआ है। इसका पता चलते ही लक्ष्य से बात की तो उसने अपने साथ घट रही घटना की जानकारी दी। मामला समझ में आते ही कारोबारी बेटे के साथ साइबर सेल पहुंचा और मामले की शिकायत की। शिकायत की जांच के बाद साइबर सेल ने मामले की जांच की और जांच के बाद अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।