भोपाल में शराब कंपनी के दफ्तर में हुई 12 लाख रुपए की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस कंपनी के पुराने मुनीम मदन समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी फरार है। आरोपी मुनीम मदन को गबन के शक में शराब कंपनी से निकाल दिया गया था। बदला लेने के लिए उसने लूट की साजिश रची। भागते दौरान रास्ते में पुलिस को शंका न हो इसके लिए महिला को प्लानिंग में शामिल किया। रचना टावर के बाहर छोड़ने और वारदात के बाद उन्हें वहां से लाने का जिम्मा महिला सुषमा रायकवार को दिया था। वह बेहद तेज मौपेड चलाती है, और दूसरी महिलाओं की तुलना में निडर है। शराब पीने और घूमने फिरने की शौकीन है। उसे पुरुषों की तरह रहना पसंद है। ऐसे में मदन ने पैसों का लालच देकर उसे वारदात में शामिल करने राजी किया था। लूट के बाद उसे करीब 50 हजार रुपए दिए भी गए थे। पिस्टल में चार कारतूस लोड थे मुनीम मदन ने ही उत्तर प्रदेश के बदमाशों के लिए पिस्टल अरेंज की। उन्हें सख्ती से बता दिया गया था कि फरियादी के अधिक विरोध करने पर पहले हवाई फायर करना, जरूरत पड़ने पर पैर में गोली मार देना। काम न बने तो जान तक ले लेना। इसी के साथ भागते समय अथवा घिरने की हालत में भी फायरिंग की योजना थी। पिस्टल में चार कारतूस लोड थे। मदन पर ही उनके बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए। भोपाल में उनके ठहरने की व्यवस्था की। रचना टावर की रैकी कराई। उन्हें बाहर से फ्लैट दिखाने के साथ ही लिफ्ट नंबर 14 से आने और भागने के लिए सीढ़ियां और लिफ्ट दोनों रास्तों को दिखाया। रचना टावर में 7 अगस्त की सुबह लूट हुई थी। यहां एक फ्लैट में बने शराब कंपनी के दफ्तर में घुसकर दो बदमाशों ने मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल को कट्टा अड़ाया। फिर रुपयों से भरा बैग ले भाग गए थे। आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। आरोपियों से लूट के 6 लाख रुपए बरामद पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया- 3 आरोपियों मदन लाल सेन, संजय कश्यप और सुषमा रायककवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। जहां से उन्हें पकड़ा गया, वह बदमाशों का गढ़ माना जाता है। एक आरोपी चरण जाट फरार है। आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस ने 25 किलोमीटर का रोडमैप तैयार किया था। इन रूट्स पर लगे करीब 513 कैमरों को खंगाला गया। आरोपियों के पास से लूट की 12 लाख रुपए में से 6 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। बाकी के 6 लाख रुपए फरार आरोपी के पास है। आरोपी मदन ने रची लूट की पूरी साजिश आरोपी मदन भोपाल के लालघाटी में रहता है। उसने बदमाशों को भरोसा दिलाया था कि ऑफिस में कम से कम 40-50 लाख रुपए कैश रखा रहता है। उसे पता था कि मैनेजर श्याम सुंदर सुबह सबसे पहले सोकर उठते हैं। फ्लैट में रहने वाले चारों लोगों में वे सबसे बुजुर्ग हैं। उन्हें टारगेट कर आसानी से लूट की जा सकती है। मैनेजर को पिस्टल अड़ाकर ले भागे 12 लाख गोविंदपुरा पुलिस ने बताया कि 7 अगस्त की सुबह 8.30 बजे दो लोग शराब कंपनी के ऑफिस पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला तो शराब कंपनी के कर्मचारी वीरेंद्र गुप्ता के नाम से आवाज लगाई थी। इसके बाद 63 साल के मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल ने दरवाजा खोल दिया। बदमाशों ने वीरेंद्र गुप्ता के बारे में पूछा। इस पर मैनेजर ने दोनों को ऑफिस के अंदर बैठा लिया। बदमाशों ने पीने के लिए पानी मांगा तो मैनेजर किचन की तरफ बढ़े। उनके मुड़ते ही बदमाशों ने कट्टा निकाला और उनकी पीठ पर अड़ा दिया। फिर दफ्तर में रखे कैश के बारे में पूछने लगे। नहीं बताने पर जान से मारने की धमकी दी। डरे-सहमे मैनेजर ने फ्लैट के फर्स्ट फ्लोर पर रुपए रखे होने की बात कही। बदमाश उन्हें लेकर फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचे। यहां रुपयों से भरा बैग उठाया और वापस नीचे आ गए। यहां मैनेजर को धक्का देकर भाग गए थे। 15 मिनट 23 सेकेंड में वारदात को दिया था अंजाम जिस वक्त लूट हुई, फ्लैट में मैनेजर जायसवाल सहित चार कर्मचारी थे। गेट खोलने के लिए मैनेजर कमरे में सो रहे दूसरे कर्मचारियों को बताए बिना गए थे। वारदात के दौरान तीनों कर्मचारी सो रहे थे। बदमाश फ्लैट में 15 मिनट 23 सेकेंड रहे। उन्होंने सो रहे युवकों के दोनों रूम लॉक कर दिए थे। वारदात के बाद फरियादी ने अंदर मौजूद तीनों साथियों को शोर मचाकर जगाया। दोनों लॉक रूम को खोला और आरोपियों की तलाश बिल्डिंग में की। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। वारदात में युवती भी शामिल, 50 हजार मिले थे सुषमा रायकवार का मदन से पुराना परिचय था। लूट में सहयोग के लिए उसे 50 हजार रुपए मिले थे। उसका काम आरोपियों को रचना टॉवर तक छोड़ना था। वारदात के बाद उसी ने आरोपियों को अपने वाहन से मदन के पास लालघाटी छोड़ा। इसके बाद मदन ने इसी शाम को आरोपियों को रेलवे स्टेशन तक छोड़ा। जहां से वे यूपी स्थित अपने गांव चले गए।