गाजरघास का दुश्मन है मैक्सिकन कीट:35 मिलियन हेक्टेयर में फैले खरपतवार को खत्म कर रहा है कीट,किसानों फ्री में ले सकते है मैक्सिकन कीट

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सतही फसलों के बीच-बीच में रहने वाली गाजर घास आज विश्व व्यापी समस्या बन गई है। यह ऐसा खरपतवार हो गया है जो कि ना सिर्फ फसलों को बर्बाद करता है, बल्कि उनकी पैदावार को भी प्रभावित करता है। गाजर घास का वैज्ञानिक नाम पार्थेनियम यह न केवल फसल बल्कि , मनुष्य, पशुओं और जैव विविधता एवं पर्यावरण के लिए भी एक गंभीर समस्या है। यही वजह है कि गाजर घास नियंत्रण हेतु खरपतवार अनुसंधान निदेशालय हर साल 18 से 22 अगस्त गाजर घास जागरूकता सप्ताह राष्ट्रीय स्तर पर मानते आ रहा है। खरपतवार अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ जे.एस. मिश्र ने बताया कि गाजर घास न केवल फसलों, बल्कि मनुष्यों और पशुओं के लिए भी एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। गाजर घास पूरे वर्ष भर उगता एवं फलता-फूलता रहता है। बहुतायत रूप से गाजर धारा खाली स्थानों अनुपयोगी भूमियों, औद्योगिक क्षेत्रों, सड़क के किनारों, रेलवे लाइनों, शहरी एवं ग्रामीण रहवासी स्थानों आदि पर पाए जाते हैं। परन्तु अब इसका प्रकोप विभिन्न फसलों जैसे धान, ज्वार, मक्का, मूंग, उड़द अरहर, सोयाबीन, तिल, अंरडी, गन्ना, बाजरा, मूंगफली, सब्जियों एवं उद्यानिकी फसलों में भी बढ़ रहा है।