डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी के 19 सदस्यों ने विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संगठनों से अपील कर भीम जन्मभूमि बचाओ आंदोलन की शुरुआत की है। बौद्ध समाज मीडिया प्रभारी सुरेश वानखेड़े ने बताया कि मंगलवार को संभागायुक्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जन्मभूमि की स्मारक समिति महू में 8 माह से ज्यादा समय से चल रहे विवाद को खत्म करने की मांग की गई है। इस ज्ञापन में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसके तहत आरोप है कि समिति के पूर्व सचिव ने दस्तावेज में जालसाजी, हेराफेरी एवं फर्जीवाड़ा कर समिति सदस्यों के साथ धोखाधड़ी की है। यह भी आरोप है कि पदाधिकारियों से मिलीभगत कर समिति में गंभीर आर्थिक अनियमितताएं की गई हैं। आरोप के अनुसार समिति अध्यक्ष के पूर्व से हस्ताक्षरित कोरे बैंक चेकों, कोरे लेटरपेड, सदस्यों के साइन किए कोरे दस्तावेज का दुरुपयोग कर गंभीर धोखाधड़ी की गई है। सोसायटी ने उक्त सभी बिन्दुओं पर विधि सम्मत एवं निष्पक्ष जांच का आग्रह किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि कार्रवाई नहीं की गई तो डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी, समस्त अम्बेडकर अनुयायी एवं सामाजिक-धार्मिक संगठन देशभर में आंदोलन जारी रखेंगे। इस अवसर पर इन्दौर जिले के अम्बेडकर अनुयायी, विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों ने सिर पर काली पट्टी बांधकर, नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी के अध्यक्ष बौद्ध भिक्षु भन्ते प्रज्ञाशील की अगुवाई में इस आंदोलन की शुरूआत की गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री महोदय से मांग है कि तत्काल इस मामले में रिकार्ड जब्ती की कार्रवाई एवं समिति की जांच के निर्देश दिए जाएं।