प्रदेश में 9 से 15 अगस्त तक चलाए जा रहे हर घर तिरंगा अभियान को लेकर शनिवार को खरगोन जिले की कुकडोल हायर सेकेंडरी स्कूल में जागरूकता गतिविधि हुई। मप्र राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुराम मालवीया, जिलाध्यक्ष अमित शर्मा, कृष्णराज राठौर और संजय बडोले ने स्कूल में ध्वज संहिता की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान उन असंख्य अमर शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का माध्यम है, जिन्होंने मां भारती के सम्मान व स्वाभिमान के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। बच्चों ने राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत नारे लगाए। साथ ही अपने घर की छत पर तिरंगा फहराकर हर घर तिरंगा अभियान का हिस्सा बनने की शपथ ली। मप्र राज्य शिक्षक संघ राष्ट्रप्रेम की भावना को लेकर जिले की हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूलों में ध्वज संहिता के पंपलेट व तिरंगा ध्वज विद्यार्थियों को देकर हर घर तिरंगा फहराने की शपथ दिला रहे है। इस दौरान ललिता धुले, शिक्षक रामकृष्ण महाजन, पुरुषोत्तम ओसवाल, युगलकिशोर सांवले, रानू बडोले, सरोज वास्केल, गरिमा मालसे, ममता गुप्ता, राजेश पाटीदार, राहुल पांचाल, आशा सोलंकी, हेमराज पाटीदार, बबलू सोलंकी, अशोक पाटीदार, मोनिका कुशवाह, सुरैया खान, ज्योति शुक्ला थे। तिरंगा फहराने यह रखें ध्यान राष्ट्रीय ध्वज खादी, कॉटन, रेशम, पोलीएस्टर से निर्मित हो। राष्ट्रीय ध्वज को हाफ मास्ट (आधे झंडे) पर नहीं फहराया जाना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर पेन, पेंसिल, स्केच पेन आदि से कुछ भी लिखा नहीं होना चाहिए। फटा हुआ अथवा क्षतिग्रस्त हुए राष्ट्रीय ध्वज को नहीं फहराया जाना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को इस तरह नहीं फहराया जाए जिससे ध्वज जमीन अथवा बहते पानी को छू रहा हो। राष्ट्रीय ध्वज को सिंगल मास्ट पर फहराना चाहिए। उस मास्ट पर अन्य कोई झंडे को साथ में नहीं फहराना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को क्षतिग्रस्त होने, गंदा होने अथवा अभियान समाप्ति बाद सार्वजनिक या ऐसे स्थान पर नहीं फेंका जाए जिससे ध्वज के सम्मान को ठेस लगे। यदि राष्ट्र ध्वज किसी कारण से क्षतिग्रस्त हो जाए तो उसका निष्पादन नियमानुसार पूर्ण गरिमा एवं सम्मान के साथ करना सुनिश्चित करें।