बढ़ती बेरोजगारी के बीच युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार इस स्तर तक चिंतित है कि अब जुगाड़ तकनीक से भी युवाओं का स्किल डेवलपमेंट की तैयारी है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अफसरों से कहा है कि स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। उन्होंने वन्य जीवों के संरक्षण में भी स्किल डेवलपमेंट की तलाश करते हुए कहा है कि किंग कोबरा की प्रजाति को संरक्षित करने का कार्य करें। स्नेक रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षण भी दें। स्किल डेवलपमेंट बोर्ड को रोजगार दिलाने की ट्रेनिंग दी जाए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ये बातें शनिवार को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार विभाग की समीक्षा बैठक में कहीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट का दायरा विस्तृत है। हर कॉलेज में स्किल डेवलपमेंट के कोर्स संचालित किए जाने चाहिए। इसमें रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को जोड़ा जाए। विद्वानों का मार्गदर्शन लेकर स्किल डेवलपमेंट के कार्य किये जाए। पशुधन से दूध-उत्पादन, नस्ल सुधार, दूध से बने उत्पादों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हों। उच्च शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा विभाग में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान दिया जाये। स्किल डेवलपमेंट के प्रमोशन कार्यक्रम हों। टूरिज्म में रोजगार बढ़ाने का कार्य करें। कम जमीन से ज्यादा उपज हासिल करना भी स्किल डेवलपमेंट मंत्री गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव वीरा राणा, एसीएस डॉ. राजेश राजौरा व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कम जमीन से ज्यादा उपज प्राप्त करने का कार्य भी स्किल डेवलपमेंट ही है। आमदनी बढ़ाने के लिए स्किल डेवलपमेंट जरूरी है। हर विभाग में स्किल डेवलपमेंट का प्लान बने। प्रदेश में कुल 956 आईटीआई संचालित हैं। हर विकासखण्ड में आईटीआई संचालित होना चाहिए। कोई भी विकासखण्ड बगैर आईटीआई के न रहे। आईटीआई के विद्यार्थियों को अधिकाधिक संख्या में रोजगार और प्लेसमेंट हो। हॉर्टीकल्चर से बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है। जैसा इंडस्ट्रियल एरिया, उसके मुताबिक ट्रेंड हों स्टूडेंट्स मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिलों में जिस तरह के औद्योगिक क्षेत्र हैं, उसके अनुरूप विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहनों को टेक्सटाइल उद्योग से जोड़ने के लिए आवश्यक प्रबंध करने को कहा। यादव ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में कृषि एवं उद्यानिकी के विषय प्रारंभ किये जायें। स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। स्किल डेवलपमेंट रोजगार देने वाली ट्रेनिंग दे मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समीक्षा बैठक में कहा कि निजी क्षेत्र और समाज को जोड़कर रोजगार के अवसर बढ़ाये जायें। नए पाठ्यक्रमों में स्किल डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जाए। वन विभाग में जीवों की प्रजातियों के संरक्षण की ट्रेनिंग दी जाए। किंग कोबरा की प्रजाति को संरक्षित करने का कार्य करें। स्नेक रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षण भी दें। स्किल डेवलपमेंट बोर्ड को रोजगार दिलाने की ट्रेनिंग दी जाए। बोर्ड की नियमित बैठक आयोजित कराई जाए।