बैढ़न के गनियारी में व्यवसायिक प्लाजा का निर्माण हुए अभी 15 वर्ष भी व्यतीत नहीं हुए और उसे डिस्मेंटल करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निर्माण के दौरान गुणवत्ता की अनदेखी का नतीजा यह है कि प्लाजा जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। बिल्डिंग का कोई भी हिस्सा कभी भी गिर सकता है। यही वजह है कि व्यापारियों को सोमवार शाम 5 बजे तक बिल्डिंग खाली करने निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम की ओर से बिल्डिंग को खाली करने संबंधित आदेश का विरोध शुरू हो गया है। व्यापारियों की दलील है कि 5 साल पहले बिल्डिंग की जर्जर स्थिति को लेकर लीज होल्डर और किराएदारों के साथ निगम अधिकारियों की बैठक हुई थी। बैठक में प्लाजा के मरम्मत का निर्णय लिया गया था। लेकिन इसके बाद नगर निगम की ओर से प्लाजा की बिल्डिंग को सुरक्षित करने के लिए कोई ठोस कार्य नहीं किया गया। नतीजा बिल्डिंग की स्थिति और खराब हो गई। 5 साल बाद निगम अधिकारियों की नींद टूटी और अचानक भी दुकानों को खाली करने का निर्देश जारी कर दिया। जबकि व्यापारी दुकान खाली करने को तैयार नहीं हैं। 2010 में गनियारी प्लाजा का उद्घाटन हुआ था। बेसमेंट और प्रथम तल की बिल्डिंग में 166 दुकान बनाई गई हैं। वर्तमान में करीब 60 दुकानों में व्यावसाय संचालित हो रहा है। पूर्व में व्यापारियों ने कई बार प्लाजा की मरम्मत की गुजारिश की। लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी है। जर्जर हो चुके प्लाजा को सिविल इंजीनियर्स की एक कमेटी ने भी पूरी तरह से जर्जर बताया है। निगम परिषद ने भी बिल्डिंग के डिस्मेंटल की अनुमति दे दी है। नगर निगम आयुक्त डीके शर्मा का कहना है कि प्लाजा की स्थिति खराब होने के वजह से दुकान खाली कराया जा रहा है। ताकि सभी के जान माल की सुरक्षा हो सके।