इंदौर के राजेन्द्र नगर इलाके में स्कीम नंबर 103 में स्थित कैफे के बाहर खड़ी गाड़ियो में युवको की टोली ने तोड़फोड़ की। इस मामले में इलाके में कई रेस्टोरेंट के संचालक इकट्ठा हुए और थाने पहुंचे। जिसमें आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
राजेन्द्र नगर इलाके के स्कीम नंबर 103 के टिकुंश कैफे के संचालक नरेन्द्र कौल के साथ सेम मोमोस कैफे के संचालक खेमचंद तलरेजा,सिप आईलेड शॉप के संचालक सिद्वार्थ जैन,सेवनकोर्स मार्क के संचालक धीरज सुंदरानी और एवले चाय के संचालक शंशाक द्विवेदी थाने पहुंचे थे। यहां टिंकुश कैफे के मैनेजर अजय ठाकुर की शिकायत पर आयुष और उसके साथियों पर केस दर्ज किया गया है। अजय ने बताया कि रात 10 बजे रविवार रात को आयुष कैफे के बाहर आया ओर गाड़िया हटाने के लिये चिल्ला चोट करने लगा। आवाज सुनकर मालिक नरेन्द्र वहां गए। उनहोंने आयुष को समझाया तो उसने अपशब्द कहे। इसके बाद अजय ठाकुर बीच में गए तो उसके साथ भी अभद्र भाषा का उपयोग किया। बाद में आयुष और उसके साथियों ने कैफे के बाहर खड़ी कार के कांच फोड़ दिए। इसके बाद आरोपियों ने अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की ओर कहां कि यहां गाड़िया पार्क की तो ठीक नही होगा। इसके बाद आरोपी वहां से चले गए। बाद में यहां सभी कैफे और रेस्टोरेट के संचालक इकट्ठा हुए और थाने पहुंचे।
रहवासियों का विरोध
बताया जाता है कि स्कीम नंबर 103 में रहवासी इलाके के बीच कई कैफे और रेस्टोरेट खुले हुए है। यहां देर रात तक सड़को पर बेतरतीब वाहन खड़े रहते है। यहां आए दिन गाड़ी निकालने को लेकर लोगो से दुकान मालिकों की कहासुनी होती है। रात में हुए विवाद के मामले में भी यही बात सामने आ रही है।
कैफे संचालक भाईयों ने की मारपीअ
बाणगंगा में डी डार्क कैफे के संचालक अजय पीपड़ा,भाई गणेश व उसके साथियों ने बाइक सवार अंकित बंसल और उसके भाई आकाश से मारपीट की। अंकित ने बताया कि उसकी बाइक रविवार रात खराब हो गई। दुकान का संचालक ने अपशब्दो का उपयोग करते हुए बाइक हटाने की बात की। पलटकर जबाव देने पर अजय ने मारपीट की। जिसमें अंकित ने बताया कि उसके गले में किसी नुकील वस्तु से अजय ने मारा। वही गणेश ने भाई आकाश के सिर पर कांच की बोतल फोड़ दी इसके बाद साथियों ने लात घूंसो से पीटा। सीधे दोनो अस्पताल पहुंचे। यहां पुलिस ने सूचना के बाद बयान के आधार पर आरोपियों पर कारवाई की है।