आदिवासी बाहुल्य अनूपपूर जिले की पवित्र नगरी मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक स्थित जलेश्वर और अमरेश्वर महादेव मंदिर में दूर दराज से लोग पूजन-अर्चन करने आ है। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित महेंद्रानंद ने बताया कि मां नर्मदा का जल जालेश्वर महादेव को अर्पण करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। सावन के महीने में यहां नर्मदा जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रहती है। दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और महादेव से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि मान्यता के अनुसार अमरकंटक के जलेश्वर और अमरेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने से मन्नत पूर्ण होती है। जिला मुख्यालय से लगभग 60 किमी दूर पंडित महेंद्रानंद ने बताया कि मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित पवित्र नगरी अमरकंटक के जंगलों में प्राकृतिक शिवलिंग अमरेश्वर महादेव स्थित है। यहां मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सावन के महीने में इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगती है। आज भी भगवान शंकर को जल चढ़ाने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ हैं।