अशोक नगर के संस्कृति स्कूल में शनिवार को विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया। छात्र-छात्राओं द्वारा बाल यौन शोषण एवं बाल संबंधित कानून से संबंधित नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया, जिसमें बच्चों द्वारा समाज में व्याप्त बाल यौन शोषण के बारे में अभिनय किया गया। इस कार्यक्रम में न्यायाधीश मौजूद रहे। प्रधान जिला न्यायाधीश पवन कुमार शर्मा ने छात्र-छात्राओं को गुड टच, बैड टच और पॉक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी। बताया की गुड टच वह स्पर्ष है जो प्यार और सुरक्षा का अहसास कराता है, जैसे माता-पिता का गले लगाना, शिक्षक का सिर पर हाथ फेरना। जबकि बैड टच वह स्पर्श है जो असहजता, डर और शर्मिंदगी महसूस कराता है। जैसे- अनचाहा स्पर्श, गलत इरादों से छूना, गुप्त अंगों को छूना। साथ ही पॉक्सो एक्ट के संबंध में बच्चों को जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी प्रकार का गलत व्यवहार होने पर तुरंत अपने माता-पिता, शिक्षक या 1098 चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर और पुलिस को सूचित करें। सोशल मीडिया के बारे में जागरूक किया छात्र-छात्राओं को सोशल मिडिया के कानूनी दुष्परिणाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि अपने दैनिक दिनचर्या एवं पारिवारिक निजी जीवन में जितना हो सके स्मार्ट फोन से दूर रहकर अपने परिजनों के साथ अच्छा समय व्यतीत करे और अपने पढ़ाई पर फोकस करे। बच्चों को फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट में अनजान लड़के-लड़कियां एक दूसरे से दोस्ती कर मेल-मुलाकात करते हैं और बाद में दुखद घटना का शिकार हो जाते हैं। बच्चों को मोबाइल से दूर रहकर अच्छी-अच्छी किताबों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चों को अध्ययन के दौरान समय का सही प्रबंधन, उचित नींद, स्वस्थ भोजन और शारीरिक व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। साथ ही विद्यालय संचालक को निर्देशित किया कि वे एक रजिस्टर रखें, जिसमें किसी भी विद्यार्थी को कोई परेशानी हो तो वह अपना नाम लिखे बिना ही समस्या दर्ज कर सकता है।