अगस्त माह की शुरुआत से ही नर्मदापुरम में बरसात का दौर जारी है। शनिवार को सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। तवा डैम से भी 30 घंटे से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। तवा, बारना डैम के पानी से नर्मदा नदी में उफान पर है। नर्मदा का जलस्तर अलार्म लेबल से 10 फीट और खतरे के निशान से 13 फीट नीचे है। हालांकि जिला प्रशासन ने नर्मदा किनारे के सभी गांव व शहर में अलर्ट जारी कर दिया है। गांव–गांव में मुनादी कराई जा रही। बाढ़ राहत कैंप भी तैयार कर लिए गए है। बरगी डैम से शुक्रवार को छोड़ा पानी आज रात तक पहुंचने की संभावना है। जिससे जलस्तर करीब 2–3 फीट ओर बढ़ सकता है। शनिवार को तेज बारिश नहीं हो रही है। केवल रुक–रुककर रिमझिम बारिश हो रही है। जिले में अब तक औसत 32 इंच बारिश हो चुकी है। जो पिछले साल से करीब 7 इंच कम है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी बारिश होने की संभावना जताई है। सेठानी घाट पर सुबह से घट रहा जलस्तर शुक्रवार को सुबह से नर्मदा का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ। जो शनिवार सुबह 8 बजे 954.80फीट तक पहुंच गया था। बाद में जलस्तर घटना शुरू हुआ। 10 बजे जलस्तर 954.60फीट, दोपहर 12 बजे 954.40, दोपहर 2 बजे 954.20 फीट और 3 बजे 954.20 फीट हो गया। तवा डैम के 9 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। बरगी का पानी भी रात तक आ जाएगा। जिससे करीब 3–4 फीट ओर पानी बढ़ने की संभावना है। बाढ़ राहत कैंप व नर्मदा किनारे के गांवों का निरीक्षण तवा बांध के गेट खुलने से नर्मदा नदी में जलस्तर बढ़ा है , वर्षा का दौर भी जारी है ऐसी स्थिति में कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर जिले के अधिकारियों ने शुक्रवार रात्रि से ही नर्मदा नदी के विभिन्न घाटों का भ्रमण कर वर्षा एवं जल स्तर का आकलन किया। घाटों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। संभावित बाढ़ के दौरान नदी घाटों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए चिन्हित किए। बाढ़ राहत कैंप की व्यवस्था भी देखी। एडीएम डीके सिंह, एसडीएम नीता कोरी ने सांगाखेड़ा, बांद्राभान पहुंचकर रात में आश्रयस्थल का निरीक्षण किया।