शाजापुर जिले में बारिश के चलते एसडीआरएफ की टीम अलर्ट पर है। जिले से निकलने वाली चार प्रमुख नदियां चीलर, लखुंदर, कालीसिंध और नेवज भी उफान पर रही। इसके अलावा रविवार रात को जिला मुख्यालय की निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति बन गई। 100 से ज्यादा दुकानों और मकानों में पानी भर गया। दो तीन घंटे ओर बारिश होती तो निचली बस्तियों को खाली करवाना पड़ता। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य के लिए होमगार्ड ने डीआरसी (डिजास्टर रिलीफ सेंटर) तैयार किए हैं। बारिश से बचाव के लिए पूरी तैयारी
होम गार्ड कमांडेंट विक्रम सिंह मालवीय ने बताया कि जिले में बाढ़ की स्थिति में मोटर बोट, होमगार्ड एसडीआरएफ के जवान हर समय तैयार है। जिला मुख्यालय पर निचली बस्तियों में जल भराव की स्थिति में वहां के लोगों को सुरक्षित निकालकर उनके रहने का उचित प्रबंध किया गया है। पूरे जिले में राहत कार्य करने होम गार्ड के पास पर्याप्त संसाधन है। इसमें छोटी बड़ी मोटर बोट, लाइफ जैकेट, टॉर्च आदि शामिल हैं। राहत कार्य करने के लिए एसडीआरएफ, होमगार्ड के जवान तैनात हैं।