ग्वालियर में लगातार पांच दिन से सूखा पड़ा है। रिमझिम बारिश भी नहीं हुई है। यही कारण है कि दिन में पारा बढ़ गया है। तेज धूप और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है। कम दबाब का एरिया जबलपुर से भोपाल के रास्ते गुजरात की तरफ निकल रहा है। ऐसी परिस्थितियों में छिटपुट बारिश भी ग्वालियर में नहीं हो रही है।
शहर के लोगों को अच्छी बारिश का इंतजार है। पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश से डैम के गेट तक खुलने की नौबत आ गई है, लेकिन ग्वालियर में इस समय सूखा पड़ा है। यही कारण है कि रविवार-सोमवार दरमियानी रात में न्यूनतम तापमान भी 28.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है, जबकि रविवार को दिन में अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच गया था। ग्वालियर में मानसून की एन्ट्री राहत भरी रही थी। शुरुआत में तीन से चार दिन अच्छी और ठंडक देने वाली बारिश हुई थी। इसके बाद से बादल आते हैं आसमान में गढ़ गढ़ाते हैं, लेकिन बिन बरसे ही चले जाते हैं। करीब पांच दिन से शहर में बारिश की एक बूंद तक नहीं गिरी है। यही कारण है कि गर्मी वो भी चिपचिपी उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। शहर में पिछले कुछ दिनों से बारिश नहीं होने के कारण दिन का पारा रविवार को फिर बढ़ गया। जिससे मौसमी बीमारियां भी बढ़ रही हैं। मौसम विभाग की माने ताे 31 जुलाई के आसपास उड़ीसा के पास लो प्रेशर एरिया बन रहा है। इस नए सिस्टम के एक्टिव होने से 01 से 4 अगस्त के बीच ग्वालियर-चंबल अंचल में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
बारिश न होने से बढ़ा तापमान, उमस भरी गर्मी
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार रविवार में दिन में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा है। ये सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा आंका गया। वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री रहा। ये भी सामान्य 2.5 डिग्री ज्यादा ही रहा। मौसम वैज्ञानिक डीपी दुबे का कहना है कि अभी कम दबाव का एरिया जबलपुर-भोपाल के रास्ते गुजरात की ओर जा रहा है। ग्वालियर-चंबल संभाग इसके ऊपर के एरिया में आता है। ऐसे में छिटपुट बारिश हो सकती है। लेकिन 31 जुलाई से उड़ीसा में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। ये झारखंड, उप्र के रास्ते ग्वालियर-चंबल एरिया में पहुंचेगा। इससे अच्छी बारिश की उम्मीद है।
तिघरा में जलस्तर 727.25 फीट पहुंचा
तिघरा बांध का जल स्तर शिफ्टिंग के पानी से लगातार बढ़ रहा है। जून के अंतिम सप्ताह में तेज बरसात से तिघरा का लेवल चार दिन में चार फीट से अधिक बढ़ गया था। इसके बाद तेज बरसात से बांध में विगत सप्ताह एक फीट से अधिक पानी 36 घंटे में पहुंचा था। इसके अलावा दो सप्ताह पूर्व पेहसारी बांध से छोड़े गए पानी से तिघरा का लेवल लगातार बढ़ रहा है। तिघरा बांध का लेवल सोमवार को 727.25 फीट तक पहुंच गया। बरसात शुरू होने पर 26 जून को तिघरा बांध का लेवल 715.70 फीट था। इस तरह अब तक बांध में 11.55 फीट तक पानी बढ़ गया है।
अपर ककैटो से ककैटो, पेहसारी होते हुए तिघरा में आएगा पानी
अपर ककैटो बांध के पानी से ककैटो बांध का लेवल रविवार को फुल के करीब पहुंच गया है। ककैटो बांध अब 92 फीसदी भर गया है। दो दिन पूर्व अपर ककैटो बांध के पानी को ककैटो बांध के लिए छोड़ा गया था। अब ककैटो बांध का लेवल फुल के करीब हो जाने पर एक-दो दिन में ककैटो बांध से तिघरा के लिए पानी छोड़ा जाएगा। यह पानी पेहसारी बांध से होते हुए तिघरा बांध के लेवल को बढ़ाएगा। ज्ञात रहे तिघरा बांध में जून माह में पानी का लेवल काफी कम होने पर ककैटो व पेहसारी बांध से पानी लिफ्ट किए जाने का टेंडर किया गया था। बाद में उसे निरस्त कर दिया गया।