शाजापुर में रविवार रात हुई झमाझम बारिश ने जन जीवन को खासा प्रभावित किया। देर रात कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। लोगों को इससे परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं सोमवार सुबह कई नदी नाले उफान पर रहे, बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डाल कर इन्हें पार करते दिखाई दिए। शाजापुर से करीब 10 किलोमीटर दूर ग्राम करेड़ी माता जी जाने वाली पुलिया पर लखुंदर का पानी ऊपर से बह रहा है। पुलिया भी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है लेकिन लोग जान की परवाह किए बिना अपने जीवन से खिलवाड़ करते हुए उफनती नदी को पार कर रहे हैं। जर्जर पुल के पास ही सालों से अधूरा पड़ा निर्माणाधीन पुल भी लेकिन इसके पूरा नहीं होने से ग्रामीण अपनी जान दांव पर लगा कर जर्जर पुल का सहारा ले रहे हैं। गौरतलब है कि यह रास्ता भदोनी होते हुए माकड़ौन, तराना, उज्जैन की ओर जाता है। साथ ही दूध का व्यवसाय करने वाले कई ग्रामीण इसी रास्ते का उपयोग करते हैं फिर भी जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यहां पुल का काम अधर में लटका हुआ है और लोगों को या तो जर्जर पुल या कई किलोमीटर का चक्कर लगा कर सफर तय करना पड़ रहा है।