एमआर सेफ्टी वीक 2024:MRI सुरक्षित, लापरवाही से होते हैं हादसे : विशेषज्ञ

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इंदौर एकेडमिक क्लब और मप्र रेडियोग्राफर एसोसिएशन इंदौर द्वारा एमआर सेफ्टी वीक 2024 के तहत रविवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें एमआरआई जांच और रेडियोग्राफर्स पर बढ़ती जिम्मेदारियों पर बात की गई। इस काम में जरा की लापरवाही दुर्घटना का कारण बन सकती है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी तिवारी ने पहले सत्र का उद्घाटन करते हुए एमआर प्रोटोकॉल की जानकारी दी। रूपरेखा बताते हुए वरिष्ठ रेडियोग्राफर शिवाकांत बाजपेयी ने कहा, जुलाई के अंतिम सप्ताह में माइकल कोलंबिनी की याद में एमआर सेफ्टी वीक मनाया जाता है। माइकल कोलंबिनी की छह साल की उम्र में 2001 में न्यूयार्क के एक अस्पताल में एमआरआई करने के दौरान गैस सिलेंडर चिपक जाने से मृत्यु हो गई थी। देश में इंदौर एकेडमिक क्लब (आईएसआरटी) ने वर्ष 2023 से सबकी मौजूदगी में इसे मनाने की शुरुआत की। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. पीयूष सक्सेना ने बताया, एमआरआई जांच मरीज के लिए सुरक्षित है, लेकिन मामूली लापरवाही जान ले सकती है। बचाव के तरीकों पर बात की- डॉ. अमन स्नेहिल ने बताया, मरीज की काउंसलिंग के बाद ही एमआरआई जांच की जाना चाहिए। डॉ. पीएस त्रिपाठी ने इसके प्रोटोकॉल और दुर्घटना से बचाव के तरीकों पर बात की। डॉ. वर्षा सोडानी ने क्विज के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई। दूसरे सत्र में रेडियोग्राफर विनय यादव, गोकरण चतुर्वेदी, जेनी सुंदरम ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिए। रितुल कुलकर्णी ने कंट्रास्ट के सुरक्षित उपयोग के बारे में बताया। विनोद तिवारी, मानसिंग चौधरी, अजय सोनी सहित अन्य मौजूद थे। संचालन प्रगतिशील रेडियोग्राफर संघ के विमल पाटीदार ने किया। संजय शर्मा ने आभार माना।