रीवा की एक शासकीय स्कूल में किराए के शिक्षक द्वारा बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। जिसकी भनक शिक्षा विभाग को भी नहीं है, जबकि यह शासकीय स्कूल शासकीय हाई स्कूल अमिलिकी का है। जो जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर का है। मामले का खुलासा तब हुआ जब शनिवार को किसी अभिभावक ने स्कूल पहुंचकर वीडियो बनाया, फिर रविवार को उसे वायरल कर दिया। बताया गया कि स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने किराए का शिक्षक लगा दिया और खुद घर में आराम कर रही है। शिक्षा विभाग में इस तरह के कारनामे अब आम हो गए हैं। जहां बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करना कुछ शिक्षकों के लिए सामान्य बात बन गई है। जिसका जीता जागता उदाहरण रीवा का यह स्कूल है। जहां किराए के शिक्षक बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। जबकि विभाग के अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। 3500 रुपए में भाड़े पर पढ़ाती है शिक्षिका जानकारी के मुताबिक, अमिलकी हाई स्कूल में पदस्थ शिक्षिका गीता गुप्ता ने अमिलकी गांव की ही राजकुमारी प्रजापति को 3500 रुपए प्रति माह भाड़े पर बच्चों को पढ़ाने के लिए रखा है। जो नियमित तौर पर विद्यालय पहुंचकर बच्चों को शिक्षा का पाठ पढ़ा रही है। आरोप है कि यह सब विद्यालय में पदस्थ हाई स्कूल के प्राचार्य की आंखों के सामने हो रहा है और वह उसमें कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इतना ही नहीं शिक्षिका रीना गुप्ता ने कैमरे के सामने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए यह स्वीकार किया है कि राजकुमारी बंसल को 3500 रुपए प्रतिमाह देते हुए बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है। प्रभारी प्राचार्य ने स्वीकार किया वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौके पर मौजूद हाई स्कूल की प्रभारी प्राचार्य साधना सिंह ने भी यह स्वीकार किया कि शिक्षिका ने अपनी स्वेच्छा से किराए का मास्टर रखा है।