सावन माह का आज आखरी सोमवार है। सुबह से शिवालयों में भगवान भोलेनाथ के दर्शन व अभिषेक के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ेगा। श्री गढ़कैलाश महादेव राजशाही ठाठ-बाट के साथ शहर भ्रमण पर निकलेंगे। शहर के अमृतसागर तालाब स्थित अति प्राचीन श्री गढ़कैलाश महादेव मंदिर से दोपहर 2 बजे शाही सवारी निकाली जाएगी। भगवान गढ़कैलाश प्रजा का हाल जानने शाही पालकी में सवार होकर निकलेंगे। कलेक्टर राजेश बाथम व एसपी राहुल कुमार लोढ़ा भगवान श्री गढ़कैलाश महादेव की पूजा-अर्चना कर शाही सवारी की शुरूआत करेंगे। ढोल-नगाड़े, बैंड-बाजे, हाथी, ऊंट घोड़ो के साथ भूतों की टोली इस शाही सवारी में शामिल होगी। भोले की भक्ति में भक्त झूमते हुए चलेंगे। शाही सवारी मंदिर से त्रिपोलिया गेट, चांदनीचौक, तोपखाना, गणेश देवरी, धानमंडी, शहीद चौक, लोकेंद्र टॉकिज, जेल रोड, नगर निगम तिराहा, महलवाड़ा, सुरजपौर, थावरिया बाजार, पैलेस रोड, डालूमोदी बाजार, माणकचौक, घांस बाजार, चौमुखीपुल, रामगढ़ होते हुए रात 9 बजे पुन: मंदिर पहुंचेगी। महाआरती के बाद प्रसादी का वितरण किया जाएगा। यह रहेगा आकर्षण शाही सवारी में राजस्थान के निंबाहेड़ा की शिव बारात, भस्म रमैया पार्टी, ढोल-नगाड़े, उज्जैन की बैंड पार्टी रहेगी। श्री राम, श्री विष्णु भगवान का दरबार की झांकी भी शामिल होगी। श्री गढ़कैलाश महादेव मंदिर सेवा समिति ने श्रद्धालुओं से शाही सवारी में शामिल होने का आव्हान किया है। टेकेश्वर महादेव की शाही सवारी शहर के लक्कड़पीठा रोड स्थित श्री टेकेश्वर महादेव मंदिर से दोपहर 3 बजे शाही सवारी निकाली जाएगी। भगवान महादेव को महिला मंडल रक्षा सूत्र बांधेगी। ढोल-ढमाकों, बैंड बाजों व भूतों की टोली के साथ श्री टेकेश्वर महादेव शाही पालकी में विराजित होकर शहर में निकलेंगे। शाही सवारी में उज्जैन से मां उमा व भगवान शंकर की मूर्ति विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। बैलगाड़ी में श्री उमाशंकर विराजित रहेंगे। शेष नाग, बाबा महाकाल का अघोरी रुप वाली झांकी भी शामिल होगी। शहर के अनेक मार्गों से होते हुए शाही सवारी पुन: रात 8 बजे मंदिर पहुंचेगी।